शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता विमल नेगी की मौत के मामले में भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी भी जांच के लिए तैयार है और अगर भाजपा चाहे तो CBI जांच भी करवा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा CBI जांच चाहती है तो केंद्र में उनकी सरकार है, वे कभी भी जांच करवा सकते हैं। राज्य सरकार इसमें किसी को नहीं रोकेगी। उन्होंने नादौन में ED की पिछले साल एक स्टोन क्रशर मालिक पर हुई कार्रवाई का उदाहरण देते हुए कहा कि जांच एजेंसियां चाहें तो किसी भी तरह की जांच कर सकती हैं।
पारदर्शी जांच का आश्वासन:
रविवार को शिमला में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विमल नेगी की मौत का सच सभी जानना चाहते हैं और वे शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े हैं। विमल नेगी की पत्नी ने भी उनसे मुलाकात की थी।
विमल नेगी की मौत:
शिमला से 10 मार्च को लापता हुए विमल नेगी का शव 18 मार्च को बिलासपुर में गोबिंद सागर झील में मिला था। उनकी पत्नी ने ऊर्जा निगम के एमडी हरिकेश मीणा, निदेशक देसराज समेत अन्य उच्च अधिकारियों पर अपने पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
एलर्जली भवन का शिलान्यास:
मुख्यमंत्री सुक्खू ने शिमला में ऐतिहासिक एलर्जली भवन के दूसरे चरण की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि नए भवन से लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और इससे सर्कुलर रोड पर यातायात बाधित नहीं होगा। 19.72 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को अप्रैल 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस छह मंजिला इमारत में तीन मंजिल पार्किंग, दो मंजिलों में सचिवालय कार्यालय और अन्य सुविधाएं होंगी।
दोहरी जांच जारी:
मुख्यमंत्री ने बताया कि विमल नेगी मामले में दो अलग-अलग जांच चल रही हैं। सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को जांच सौंपी है, जबकि नेगी की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने भी मामला दर्ज किया है। इन दोनों जांचों की रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
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