प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के बीच बैंकॉक में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह मुलाकात पीएम मोदी के थाईलैंड दौरे के दूसरे दिन हुई, जहाँ वे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भी भाग ले रहे थे।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की चिंता:
शेख हसीना सरकार के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के आने के बाद से भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में कुछ तनाव देखा गया है। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर अत्याचार के कई मामले सामने आए हैं, जिस पर भारत ने चिंता व्यक्त की है। ऐसी उम्मीद है कि दोनों नेताओं के बीच हुई इस बैठक में इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा हुई होगी।
इससे पहले, गुरुवार को बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से पहले आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज में भी पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस को एक साथ देखा गया था.
यूनुस की विवादित टिप्पणी:
मोहम्मद यूनुस का पाकिस्तान और चीन के साथ संबंध किसी से छिपे नहीं हैं. थाईलैंड दौरे से पहले, यूनुस ने चार दिवसीय चीन यात्रा की थी, जहाँ उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर विवादित टिप्पणी की थी, जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया था।
एक वायरल वीडियो में, यूनुस ने चीनी अर्थव्यवस्था के विस्तार का समर्थन किया और पूर्वोत्तर राज्यों को भू-आबद्ध क्षेत्र बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में मौजूद समुद्र का एकमात्र संरक्षक बांग्लादेश है. भारतीय नेताओं ने यूनुस के इस बयान की कड़ी निंदा की.
भविष्य की चुनौतियाँ:
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में कुछ चुनौतियाँ देखी जा रही हैं। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और यूनुस की विवादित टिप्पणियों ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया है. ऐसे में, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि दोनों देश इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं और अपने संबंधों को कैसे आगे बढ़ाते हैं.
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