नई दिल्ली: कॉमेडियन कुणाल कामरा के एकनाथ शिंदे पर की गई टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आज़ादी का मतलब किसी दूसरे पर व्यक्तिगत प्रहार करना नहीं है।
“देश का चीरहरण करने की कोशिश”: योगी
योगी ने कहा कि दुर्भाग्य से कुछ लोग देश का “चीरहरण” करने और विभाजन की खाई को चौड़ा करने के लिए अभिव्यक्ति की आज़ादी को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान लेते हैं।
शिंदे ने भी की आलोचना:
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने भी कामरा की टिप्पणी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बोलने की आज़ादी है, लेकिन हर चीज की एक सीमा होनी चाहिए। शिंदे ने कामरा के व्यंग्य की तुलना “किसी के खिलाफ बोलने की सुपारी लेने” से की।
कामरा ने माफी मांगने से इनकार:
कुणाल कामरा ने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। हैबिटेट स्टूडियो पर तोड़फोड़ पर उन्होंने कहा कि एक मनोरंजन स्थल केवल एक मंच है और उनकी कॉमेडी के लिए ज़िम्मेदार नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जो कहा वह वैसा ही है जैसा अजीत पवार ने एकनाथ शिंदे के बारे में कहा था। उन्होंने कहा कि उन्हें इस “भीड़” से डर नहीं लगता और वह अपने बिस्तर के नीचे छिपकर घटना के शांत होने का इंतजार नहीं करेंगे।
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