Uttarakhand: 18 जिलाध्यक्षों की घोषणा, अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चयन पर सबकी निगाहें

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देहरादून: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तराखंड में अपने सांगठनिक पुनर्गठन के दूसरे चरण को पूरा करते हुए 19 सांगठनिक जिलों में से 18 के अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। अब पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू करेगी। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि मौजूदा अध्यक्ष पर ही भरोसा जताया जाता है या कोई नया चेहरा सामने आता है।

पहले चरण में भाजपा ने मंडल स्तर पर अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की थी। 304 मंडलों में से 220 के अध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है। दूसरे चरण में 19 सांगठनिक जिलों के गठन के लिए जिलावार पर्यवेक्षक भेजे गए थे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर तैयार पैनल को केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को 18 जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान किया गया।

पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी और विधायक खजान दास ने बताया कि नए जिलाध्यक्षों के चयन में सामाजिक, क्षेत्रीय और वर्गीय समीकरणों के साथ-साथ पार्टी के प्रति समर्पण और कार्यक्षमता को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने बताया कि बूथ, मंडल और जिला स्तर पर अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया 50 प्रतिशत से ज़्यादा पूरी हो चुकी है।

नवनियुक्त जिलाध्यक्षों की सूची:

  • उत्तरकाशी: नागेंद्र सिंह चौहान

  • चमोली: गजेंद्र बत्र्वाल

  • रुद्रप्रयाग: भारत भूषण भट्ट

  • टिहरी: उदय सिंह रावत

  • देहरादून ग्रामीण: मीता सिंह

  • देहरादून महानगर: सिद्धार्थ अग्रवाल

  • ऋषिकेश: राजेंद्र तडिय़ाल

  • हरिद्वार: आशुतोष शर्मा

  • पौड़ी: कमल किशोर रावत

  • कोटद्वार: राजगौरव नौटियाल

  • पिथौरागढ़: गिरीश जोशी

  • बागेश्वर: प्रभा गडिय़ा

  • अल्मोड़ा: महेश नयाल

  • चंपावत: गोविंद सामंत

  • नैनीताल: प्रताप सिंह बिष्ट

  • काशीपुर: मनोज पाल

  • रुड़की: डॉ. मधु सिंह

  • ऊधमसिंह नगर: कमल कुमार जिंदल

राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने सभी नवनियुक्त जिलाध्यक्षों को बधाई दी है।

सुशासन पर मुख्यमंत्री धामी के विचार:

इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सजग नागरिक सुशासन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक समय पर पहुंचाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने सोमवार को विकासखंड यमकेश्वर के निवासियों के साथ वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने बताया कि समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए ‘त्वरित समाधान दल’ को पहले चरण में पौड़ी जिले में तैनात किया गया है।

 

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