महू (मध्य प्रदेश): भारत की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी विजय के बाद देशभर में जश्न का माहौल था, लेकिन मध्य प्रदेश के महू में यह जश्न रविवार रात उपद्रव में बदल गया। जीत के बाद निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा और तोड़फोड़ के कारण शहर में तीन घंटे तक अराजकता का माहौल रहा। इस दौरान आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। पुलिस ने इस मामले में बलवा, मारपीट, आगजनी और तोड़फोड़ की धाराओं के तहत 4 मामले दर्ज किए हैं। करीब 40 लोगों को नामजद किया गया है जबकि अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
उपद्रवियों ने 11 मोटरसाइकिल, 2 ऑटो रिक्शा, एक कार और एक दुकान को आग के हवाले कर दिया। 13 लोग घायल भी हुए हैं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए 300 से अधिक पुलिसकर्मी हथियारों के साथ तैनात किए गए और महू को छावनी में तब्दील कर दिया गया। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और छह ड्रोन कैमरों से पूरे क्षेत्र पर नज़र रखी जा रही है। सोमवार को दिन में शांति रही, लेकिन रात करीब 11:45 बजे प्रताप बाल मंदिर के पास स्थित चौपाटी पर तीन हाथ ठेलों में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी।
स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर वीडियो में उपद्रव करने वाले चिन्हित होते हैं, तो वह मुख्यमंत्री से बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के लिए निवेदन करेंगी। उन्होंने चेतावनी दी कि कहीं से भी कोई सिर उठा तो उसे कठोर सबक सिखाया जाएगा और किसी भी देशद्रोही हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया गया। उन्होंने बताया कि 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कुछ लोगों पर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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