
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर खालसा कॉलेज फॉर वुमन में आयोजित एक कार्यक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने छात्राओं से बातचीत की और उन्हें सफलता के गुरुमंत्र दिए. एक छात्रा के सवाल पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि घर में उनका मुख्यमंत्री वाला रुतबा नहीं चलता, बल्कि पत्नी, जो एक डॉक्टर हैं, के आदेशों का पालन करना पड़ता है. उन्होंने मज़ाकिया लहजे में कहा कि उनकी पत्नी अक्सर अंग्रेजी में बात करती हैं.
सफलता के लिए कड़ी मेहनत ज़रूरी:
भगवंत मान ने छात्राओं को सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि वह पहले स्टेज शो के दौरान सामाजिक कुरीतियों पर व्यंग्य करते थे और आज भी मुख्यमंत्री के तौर पर यही कर रहे हैं. उन्होंने हथियारों के महिमामंडन वाले गीतों पर सख्त रुख अपनाया है और ऐसी कुरीतियों को रोकने के लिए प्रयासरत हैं.
छात्राओं से राजनीति में आने की अपील:
मुख्यमंत्री ने छात्राओं से राजनीति में आने का आह्वान किया और उन्हें शिक्षा और संघर्ष के ज़रिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने मेरिट में आने वाली छात्राओं को पंजाब सरकार में नौकरी देने का आश्वासन भी दिया.
महिलाओं पर सेमिनार:
फोक्लोर रिसर्च अकादमी और प्रगतिशील लेखक संघ, अमृतसर ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया. इसमें डॉ. अरविंदर कौर काकड़ा को विमला डांग पुरस्कार और नताशा नर्वाल को आसमां जहांगीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वक्ताओं ने महिलाओं की आज़ादी, सुरक्षा और सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर चर्चा की. डॉ. काकड़ा ने कहा कि महिलाएं आज भी शोषण का शिकार हैं और उन्हें सुरक्षा की ज़रूरत है. नताशा नर्वाल ने कहा कि महिलाएं सामाजिक डर के कारण घरों में कैद होकर रह गई हैं.
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