सूचना के अधिकार कानून के तहत मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के विधायकों द्वारा विधायक निधि के उपयोग की दर चिंताजनक है. 2022-23 से दिसंबर 2024 तक, 70 विधायकों को आवंटित 964 करोड़ रुपये में से केवल 589.21 करोड़ रुपये ही खर्च हुए हैं, जो कुल आवंटन का लगभग 61% है.
सौरभ बहुगुणा सबसे आगे, डॉ. धन सिंह रावत सबसे पीछे:
कैबिनेट मंत्रियों में सौरभ बहुगुणा ने सबसे ज़्यादा 85% निधि का उपयोग किया है, जबकि डॉ. धन सिंह रावत (29%) और प्रेमचंद अग्रवाल (33%) सबसे पीछे हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 53% निधि खर्च की है.
विधायकों में प्रदीप बत्रा आगे, किशोर उपाध्याय पीछे:
विधायकों में प्रदीप बत्रा (90%) ने सबसे ज़्यादा निधि का उपयोग किया है, जबकि किशोर उपाध्याय (15%) सबसे पीछे हैं.
कई विधायकों का प्रदर्शन औसत से कम:
प्रदेश के औसत 61% से कम निधि खर्च करने वाले विधायकों में यशपाल आर्य (45%), सुमित ह्रदयेश (46%), रामसिंह कैड़ा (46%), दुर्गेश्वर लाल (47%), सुरेश चौहान (47%), संजय डोभाल (49%) सहित कई विधायक शामिल हैं.
निधि के बेहतर उपयोग की ज़रूरत:
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि विधायक निधि के उपयोग में सुधार की ज़रूरत है. विधायकों को अपने क्षेत्र के विकास के लिए आवंटित धन का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए.
धामी कैबिनेट के मंत्रियों द्वारा विधायक निधि का उपयोग (प्रतिशत में):
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सौरभ बहुगुणा: 85%
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गणेश जोशी: 72%
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रेखा आर्य: 64%
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सुबोध उनियाल: 57%
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सतपाल महाराज: 56%
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प्रेमचंद अग्रवाल: 33%
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डॉ. धन सिंह रावत: 29%
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