
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तरकाशी दौरे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. इस दौरे को मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की संभावना से जोड़कर देखा जा रहा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मंत्रिमंडल में रिक्त चार पदों को भरने के साथ ही कुछ मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव हो सकता है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट पहले ही संकेत दे चुके हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द हो सकता है.
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री सहित मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं. वर्तमान में मुख्यमंत्री के अलावा सात मंत्री हैं, यानी चार पद रिक्त हैं. कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद एक पद और रिक्त हो गया था. हालांकि, कई बार चर्चा के बावजूद मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया है.
हाल ही में बजट सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का नाम एक विवाद से जुड़ा था, जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं. कहा जा रहा है कि दो से चार मंत्रियों को बदला जा सकता है. ऐसे में छह से आठ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
कुछ सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री सभी रिक्त पदों को भरने के बजाय कुछ पद खाली छोड़ सकते हैं. साथ ही, कई मंत्रियों के विभागों में बदलाव की भी संभावना है.
अगर मंत्रिमंडल विस्तार होता है, तो उन जिलों को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है जिनके पास फिलहाल कोई मंत्री नहीं है. वर्तमान में, पौड़ी गढ़वाल और देहरादून जिलों से दो-दो मंत्री हैं, जबकि टिहरी, अल्मोड़ा, और ऊधम सिंह नगर से एक-एक मंत्री हैं. हरिद्वार, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, चमोली, रुद्रप्रयाग, और उत्तरकाशी जिलों का मंत्रिमंडल में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.
हालाँकि मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे का आधिकारिक कारण केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात बताया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसका मुख्य उद्देश्य मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल पर केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा करना है.
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