Uttarakhand: अमित शाह के बेटे बनकर विधायकों से ठगी का प्रयास, दो गिरफ़्तार – The Hill News

Uttarakhand: अमित शाह के बेटे बनकर विधायकों से ठगी का प्रयास, दो गिरफ़्तार

हरिद्वार: खुद को गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह बताकर उत्तराखंड के तीन विधायकों से पैसे मांगने वाले तीन आरोपियों में से दो को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। ये तीनों दिल्ली के रहने वाले दोस्त हैं, जिनमें से एक मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला है। पुलिस ने एक आरोपी को दिल्ली और दूसरे को रुद्रपुर से गिरफ़्तार किया है, जबकि तीसरे आरोपी, जो इस गिरोह का सरगना बताया जा रहा है, की तलाश जारी है।

विधायकों से मांगे गए पाँच-पाँच लाख रुपये

आरोपियों ने रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा और नैनीताल विधायक सरिता आर्य से पाँच-पाँच लाख रुपये मांगे थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने मौज-मस्ती और अय्याशी के लिए यह ठगी करने की कोशिश की थी। पुलिस को यह भी पता चला है कि आरोपियों ने उत्तराखंड के कुल 12 विधायकों को फ़ोन किया था, लेकिन बाकी नौ विधायकों के नाम अभी तक सामने नहीं आए हैं।

विधायक आदेश चौहान को कैसे फँसाने की कोशिश की गई?

14 फ़रवरी को विधायक आदेश चौहान को एक फ़ोन आया, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को जय शाह बताया और कहा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे हरीश नड्डा से उनकी बात हुई है। उसने कहा कि उसके पिता अमित शाह हल्द्वानी में हैं और विधायक को उनसे मिलने दिल्ली आना होगा। बाद में, दो अलग-अलग नंबरों से विधायक को फ़ोन करके पार्टी फंड के लिए पाँच लाख रुपये देने को कहा गया।

विधायक को हुआ शक, दर्ज कराई शिकायत

विधायक आदेश चौहान को शक होने पर उन्होंने हरीश नड्डा से संपर्क किया, तो पता चला कि जय शाह से उनकी कोई बात नहीं हुई है। 15 फ़रवरी को फिर से विधायक के पास फ़ोन आया, जिसके बाद विधायक ने आरोपी को उत्तराखंड सदन बुलाया, लेकिन उसने आने से इनकार कर दिया और विधायक को बदनाम करने की धमकी दी। इसके बाद विधायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

दिल्ली और रुद्रपुर से हुए गिरफ़्तार

पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी कर प्रियांशु पंत को गिरफ़्तार किया, जो मूल रूप से बागेश्वर ज़िले का रहने वाला है। दूसरे आरोपी उवेश को ऊधम सिंह नगर पुलिस ने रुद्रपुर से गिरफ़्तार किया।

ट्रू कॉलर ऐप का इस्तेमाल

पुलिस के अनुसार, गिरोह के सरगना गौरव नाथ ने ट्रू कॉलर ऐप में एक नंबर जय शाह और दूसरा नंबर जय शाह के सेक्रेटरी के नाम से सेव किया था ताकि विधायक आसानी से धोखा खा जाएँ।

 

Pls read:Uttarakhand: मुख्यमंत्री धामी ने 348 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को दी मंज़ूरी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *