
चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच फिर से बातचीत शुरू करवाने में अहम भूमिका निभाई है। 14 फ़रवरी को चंडीगढ़ में केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी, पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां और खाद्य मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मज़दूर मोर्चा के नेताओं के साथ बैठक की।
खुड्डियां ने केंद्रीय मंत्री से किसानों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के साथ है। जोशी ने किसानों को आश्वासन दिया कि बातचीत जारी रहेगी और अगली बैठक 22 फ़रवरी को होगी। उन्होंने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपनी भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की।
डल्लेवाल ने कहा कि वे चिकित्सा सहायता लेते रहेंगे, लेकिन जब तक सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी समेत किसानों की अन्य मांगें नहीं मान लेती, तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी।
जोशी ने पिछले सीज़न में धान की खरीद के आंकड़े साझा किए और आश्वस्त किया कि गेहूं की खरीद के लिए सभी इंतज़ाम किए जा चुके हैं। उन्होंने फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों की भी जानकारी दी। बैठक में पंजाब के मुख्य सचिव, केंद्र और राज्य सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी और कृषि विशेषज्ञ मौजूद थे।