नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व विदेश विभाग के अधिकारी माइक बेंज ने अमेरिकी संस्था USAID पर भारत की आंतरिक राजनीति में दखल देने का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि अमेरिका ने मीडिया, सोशल मीडिया और विपक्षी आंदोलनों के माध्यम से भारत की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश की है।
भाजपा को हराने के लिए फंडिंग का आरोप:
बेंज का आरोप है कि USAID ने 2019 के लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की और प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के खिलाफ चुनावी माहौल बनाने के लिए फंडिंग की।
मोदी समर्थक कंटेंट पर रोक का प्रयास:
बेंज का दावा है कि अमेरिकी विदेश विभाग ने फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब और ट्विटर जैसी कंपनियों पर दबाव बनाकर मोदी समर्थक कंटेंट पर रोक लगाने की कोशिश की।
भारत विरोधी गतिविधियों का आरोप:
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी USAID पर भारत विरोधी गतिविधियों और विभिन्न संस्थाओं को फंडिंग करने का आरोप लगाया है और इस मामले की जांच की मांग की है।
USAID क्या है?
यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) एक अमेरिकी संस्था है जो लगभग 120 देशों में विभिन्न विकास कार्यक्रम चलाती है।
ट्रंप प्रशासन द्वारा USAID पर कार्रवाई:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने USAID को बंद करने और इसके कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का आदेश दिया था। ट्रंप प्रशासन ने एजेंसी पर करदाताओं के पैसे के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। एलन मस्क ने USAID को एक आपराधिक संगठन बताया है। यह भी आरोप है कि USAID आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
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