पंचूर, उत्तराखंड: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर अपने पैतृक गांव पंचूर आए थे। रविवार को वे लखनऊ लौट गए। हर बार उनकी माँ उन्हें दही-शक्कर खिलाकर विदा करती थीं, लेकिन इस बार उनकी बहनों ने यह रस्म निभाई क्योंकि उनकी माँ स्वास्थ्य कारणों से ऐसा नहीं कर पाईं।
अपने दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कई कार्यक्रमों में शिरकत की, जिनमें गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय बिथ्याणी में 100 फीट ऊंचे तिरंगे का उद्घाटन, कृषि विभाग का कार्यक्रम, गढ़खाल स्थित मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम और चार विद्यालयों के कार्यक्रम शामिल हैं।
रविवार को योगी आदित्यनाथ ने किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। उन्होंने नवदंपत्ति को आशीर्वाद दिया और परिजनों के साथ समय बिताया। लखनऊ रवाना होने से पहले उन्होंने बिथ्याणी महाविद्यालय में गुरु अवैद्यनाथ की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट ने मुख्यमंत्री से क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय के निर्माण और अन्य स्कूलों के सुधार पर चर्चा की। पलायन के मुद्दे पर भी बातचीत हुई।
तीन दिनों तक योगी आदित्यनाथ ग्रामीणों और परिजनों के बीच रहे। उनके जाने पर सभी भावुक हो गए। उनके दौरे के दौरान गांव में उत्सव का माहौल रहा और कई गणमान्य व्यक्ति उनसे मिलने आए।
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