
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार किसानों से 30 रुपये प्रति किलो के भाव से प्राकृतिक मक्की खरीदने के बाद अब 40 रुपये प्रति किलो के भाव से प्राकृतिक गेहूं भी खरीदेगी। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार यह कदम उठा रही है।
राज्य में गेहूं की खरीद के लिए 34 खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। अप्रैल में गेहूं की कटाई के बाद खरीद प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि बिक्री मूल्य बाद में तय किया जाएगा, लेकिन यह 60 रुपये प्रति किलो से कम नहीं होगा। सरकार की योजना इस गेहूं से बना आटा राशन डिपो के माध्यम से भी उपलब्ध कराने की है।

हिमाचल प्रदेश में लगभग 1.50 लाख किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं, जिसके तहत विभिन्न फसलों, फलों और सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट में इसकी घोषणा की थी।
सरकार द्वारा पहले खरीदी गई 4,000 क्विंटल प्राकृतिक मक्की को पीसकर और पैक करके “हिम भोग” ब्रांड नाम से 50 रुपये प्रति किलो के भाव से राशन डिपो में बेचा जा रहा है। अब तक 2,400 क्विंटल से अधिक मक्की का आटा बिक चुका है। कृषि विभाग के सचिव सीपाल रासू ने बताया कि “हिम भोग” मक्की का आटा 60 प्रतिशत से अधिक बिक चुका है।
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