
प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संगम नोज़ पर जाने के बजाय नज़दीकी घाटों पर स्नान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं और श्रद्धालु वहां सुविधापूर्वक स्नान कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और अफवाहों से बचने का भी आग्रह किया है।
अखाड़ों ने स्नान नहीं करने का फैसला लिया:
भगदड़ की घटना के मद्देनजर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने सभी अखाड़ों की ओर से शाही स्नान न करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भीड़ और भगदड़ को देखते हुए अखाड़ों का स्नान करने से स्थिति और बिगड़ सकती थी।

धर्मगुरुओं ने भी की अपील:
स्वामी रामभद्राचार्य, बाबा रामदेव और स्वामी अवधेशानंद गिरि जैसे धर्मगुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से संगम पर स्नान का आग्रह छोड़कर नज़दीकी घाटों पर स्नान करने की अपील की है। बाबा रामदेव ने श्रद्धालुओं से संयम बरतने और आत्म-अनुशासन का पालन करने का आग्रह किया।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने जताई चिंता:
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि प्रयागराज में 12 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु मौजूद हैं। इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल है, इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज़रूरी है।
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