शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की तैनाती का तरीका बदल दिया है. अब सीधी भर्ती और बैच-वाइज़ आने वाले शिक्षकों को सबसे पहले उन स्कूलों और कॉलेजों में तैनात किया जाएगा जहाँ छात्रों की संख्या अधिक है. इससे पहले शिक्षकों को उनकी पसंद के स्कूलों में तैनाती दी जाती थी, जिससे कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी और कुछ में ज़रूरत से ज़्यादा शिक्षक हो जाते थे.
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि हर स्कूल में सभी विषयों के शिक्षक हों, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. ज़्यादा छात्रों वाले स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के बाद, कम छात्रों वाले स्कूलों में शिक्षक भेजे जाएँगे. उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई भी स्कूल बिना शिक्षक के नहीं रहेगा और सिंगल टीचर स्कूलों की संख्या कम करने पर ध्यान दिया जाएगा.
700 स्कूल प्रवक्ताओं की भर्ती:
शिक्षा विभाग 700 स्कूल प्रवक्ताओं की भर्ती करने जा रहा है. चयनित उम्मीदवारों को नए फॉर्मूले के तहत नियुक्ति दी जाएगी. युक्तिकरण प्रक्रिया से अतिरिक्त शिक्षकों को भी इसी आधार पर तैनात किया जाएगा.
सिंगल टीचर और बिना शिक्षक वाले स्कूलों की संख्या घटी:
शिक्षा मंत्री ने बताया कि पूर्व भाजपा सरकार के समय 3400 सिंगल टीचर स्कूल थे, जिनकी संख्या अब घटकर 2600 रह गई है. पहले 350 स्कूल बिना शिक्षक के थे, जिनकी संख्या अब 125 रह गई है. जल्द ही इन स्कूलों में भी शिक्षकों की तैनाती की जाएगी.
स्कूलों का विलय:
सरकार ने 1094 स्कूलों को या तो बंद कर दिया है या उनका विलय कर दिया है. इनमें से 675 स्कूलों में एक भी छात्र नहीं था, जबकि बाकी स्कूलों में केवल 674 बच्चे थे. इनमें से 90% बच्चों ने दूसरे स्कूलों में दाखिला ले लिया है. शेष 60 बच्चों, जिनमें से ज़्यादातर शिमला ज़िले के हैं, ने दाखिला नहीं लिया है. विभाग इसकी जाँच कर रहा है.
शिक्षा मंत्री ने बताया कि उन्होंने सभी जिला उप-निदेशकों के साथ बैठक कर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए हैं.
Pls read:Himachal: घना कोहरा, शीतलहर का प्रकोप जारी, मंडी में भूकंप के झटके