लुधियाना: पंजाब में शीतलहर के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गुरुवार को ज़्यादातर जिलों में घनी धुंध छाई रही। फरीदकोट और अमृतसर हिमाचल की राजधानी शिमला से भी ज़्यादा ठंडे रहे। फरीदकोट में न्यूनतम तापमान 5.5 और अमृतसर में 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शिमला का तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
बठिंडा का न्यूनतम तापमान 6.0, पटियाला का 8.2, लुधियाना का 8.4 और फिरोज़पुर का 8.8 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान में छह डिग्री की गिरावट के कारण दिन में भी ठंड रही। लोग अलाव तापते नज़र आए। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भी ठंड का यही हाल रहेगा। रविवार को हल्की बारिश हो सकती है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है, लेकिन कोहरे से आलू की फसल को नुकसान हो सकता है।
संगरूर में शीतलहर से जनजीवन प्रभावित:
संगरूर में नए साल की शुरुआत से ही सर्दी बढ़ गई है। शीतलहर ने संगरूरवासियों को ठिठुरा दिया है। न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। गुरुवार को सुबह घनी धुंध के साथ हुई। दिन भर आसमान में बादल छाए रहे और दोपहर में कुछ देर के लिए ही सूरज दिखाई दिया।
पिछले लगभग 10 दिनों से सुबह-शाम पड़ रही ठंड से फसलों के साथ-साथ छोटे बच्चों और बुजुर्गों को भी परेशानी हो रही है। संगरूर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 13 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहा। रात के समय तापमान इससे भी नीचे गिर रहा है। अगले तीन दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। कई दिनों तक घना कोहरा रहेगा और तापमान कम रहेगा। पिछले दिनों हुई बारिश ने ठिठुरन और बढ़ा दी है। खेतों में धुंध छाई हुई है। सूखी ठंड और शीतलहर का असर जानवरों, पक्षियों और सभी फसलों पर पड़ रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, आगे भी हल्की बूंदाबांदी और घने कोहरे की संभावना है। लोग आग तापकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं। बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार और ज़ुकाम के मामले बढ़ रहे हैं। मेडिकल स्टोर और अस्पतालों में मरीज़ों की भीड़ लगी रहती है।
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