नई दिल्ली: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात निधन हो गया। 92 वर्षीय सिंह को सांस लेने में तकलीफ और हृदय संबंधी समस्याओं के चलते गुरुवार शाम करीब 8 बजे दिल्ली एम्स के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी हालत में सुधार नहीं हो पाया और रात 9 बजकर 51 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ. सिंह पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। 13 अक्टूबर 2021 को भी उन्हें बुखार की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। उस समय उनका बुखार तो ठीक हो गया था, लेकिन बाद में उन्हें कमजोरी महसूस होने पर दोबारा अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित कई अन्य नेता भी उनके आवास पर पहुँचकर उन्हें अंतिम विदाई दी।
डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें भारत के आर्थिक उदारीकरण का श्रेय दिया जाता है। 1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल में वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी थी। एक कुशल अर्थशास्त्री, विद्वान और राजनेता के रूप में उनकी पहचान देश-विदेश में सम्मानित थी। उनके निधन से देश ने एक महान नेता खो दिया है। उनके निधन पर देश भर में शोक की लहर है। सरकार की ओर से उनके सम्मान में राष्ट्रीय शोक घोषित किया जा सकता है। अंतिम संस्कार की जानकारी जल्द ही दी जाएगी।
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