
देहरादून: उत्तराखंड में एक भाजपा नेता समेत तीन लोगों के खिलाफ फर्जी आदेश के जरिए गनर प्राप्त करने की कोशिश का मामला सामने आया है. देहरादून पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा था, जिसमें मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के नाम से नीरज कश्यप नामक व्यक्ति को सुरक्षाकर्मी मुहैया कराने का आदेश दिया गया था. जांच में पता चला कि यह पत्र फर्जी है और मुख्य सचिव कार्यालय से जारी नहीं किया गया है. पत्र पर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर की कॉपी-पेस्ट की गई थी.
पूछताछ में नीरज कश्यप ने बताया कि उसने पंडित राज आचार्य उर्फ नागेंद्र के माध्यम से सुरक्षा गार्ड प्राप्त करने की कोशिश की थी. आचार्य ने खुद को गोरखनाथ मठ से जुड़ा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सलाहकार बताया था.

पंडित राज आचार्य ने पुलिस को बताया कि यह पत्र उसे सुधीर मिश्रा नामक व्यक्ति ने भेजा था, जो लखनऊ का रहने वाला है.
पुलिस जांच में पुष्टि हुई कि 10 फरवरी 2024 को मुख्य सचिव के नाम से जारी यह पत्र फर्जी है. इस मामले में भाजपा नेता नीरज कश्यप, पंडित राज आचार्य उर्फ नागेंद्र, और सुधीर मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
मुख्य बिंदु:
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फर्जी आदेश से गनर प्राप्त करने की कोशिश.
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भाजपा नेता नीरज कश्यप समेत तीन पर मुकदमा दर्ज.
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मुख्य सचिव के नाम से जारी पत्र फर्जी पाया गया.
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एक आरोपी ने खुद को योगी आदित्यनाथ का सलाहकार बताया.
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