चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार, सोमवार को “आंतरिक पुलिस सुधार परियोजना” शुरू की, जो इसे देश में इस तरह की पहल करने वाला पहला राज्य बनाता है। यह परियोजना भारतीय पुलिस फाउंडेशन (आईपीएफ) द्वारा विकसित की गई है और अजीज प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित है।
यह अभूतपूर्व पहल पुलिस स्टेशनों पर नागरिक-केंद्रित पुलिसिंग को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। इसमें शिकायतों और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में सुधार, पुलिस के संचालन और व्यवहार में सुधार, हिंसा को कम करना, बेहतर नागरिक सेवाएं और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं।
इस परियोजना का उद्घाटन पंजाब पुलिस अधिकारी संस्थान (पीपीओआई) में डीजीपी पंजाब गौरव यादव के नेतृत्व में विशेष पुलिस महानिदेशक (विशेष डीजीपी) सामुदायिक मामलों के प्रभाग गुरप्रीत कौर देओ ने किया। इस अवसर पर आईपीएफ के उपाध्यक्ष डा. ईश कुमार (सेवानिवृत्त डीजीपी) भी मौजूद थे।
पंजाब में “सांझ” पहल:
यह परियोजना शुरूआत में दो जिलों – एसएएस नगर और रूपनगर में क्रमशः छह और नौ पुलिस स्टेशनों को कवर करेगी, और बाद में पूरे पंजाब में लागू की जाएगी। पंजाब में इस परियोजना को “सांझ” नाम दिया गया है, जिसका मतलब है “साथ”। इस पहल के तहत, लोगों को पुलिस सत्यापन, खोए हुए मोबाइल की रिपोर्ट जैसे बुनियादी कार्यों के लिए पुलिस स्टेशन जाने की ज़रूरत नहीं होगी। वे घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, या राज्य भर के पुलिस स्टेशनों के साथ अलग से स्थापित किए गए सांझ केंद्रों से संपर्क कर सकते हैं।
विशेष डीजीपी गुरप्रीत कौर देओ ने कहा कि पंजाब पुलिस ने हमेशा आंतरिक पुलिस सुधारों का स्वागत किया है, ताकि राज्य के लोगों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।
डा. ईश कुमार का बयान:
डा. ईश कुमार ने पंजाब पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य सरकार की लोगों की शिकायतों का समाधान करने की एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने सांझ परियोजना को अन्य राज्यों में लागू करने की योजना की भी घोषणा की।
अगला कदम:
इस 10 महीने के शोध कार्यक्रम में शिकायतकर्ताओं, सेवा लेने वालों, पीड़ितों, आरोपियों, गवाहों और नागरिक समाज के सदस्यों के साथ विस्तृत साक्षात्कार, चर्चा और प्रश्नावली शामिल होंगी।
Pls read:Punjab: पंजाब कैबिनेट में बड़ा फेरबदल: 5 नए चेहरे होंगे शामिल