नई दिल्ली: शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश और भारत के संबंधों में लगातार तनाव देखने को मिल रहा है। अब, मोहम्मद युनूस सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जिसका असर पश्चिम बंगाल, खासकर बंगाली समुदाय के लोगों पर पड़ने वाला है।
बांग्लादेश ने दुर्गा पूजा के समय हिल्सा मछली के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला कर लिया है। यह फैसला बंगाली समुदाय के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि पूजा के दौरान हिल्सा घर में बनाना एक परंपरा है।
साल 2019 से शेख हसीना सरकार ने हर साल पूजा से एक महीने पहले पद्मा नदी से 1,000 टन से अधिक हिल्सा भारत को निर्यात करने की नीति अपनाई थी। गंगा नदी, बांग्लादेश में पद्मा नदी के नाम से जानी जाती है।
स्थानीय आपूर्ति का हवाला: बांग्लादेश के पशुधन मंत्रालय की सलाहकार फरीदा अख्तर ने बताया कि अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने स्थानीय आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हिल्सा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। फरीदा अख्तर का कहना है कि जब तक बांग्लादेश के लोगों के लिए यह पर्याप्त नहीं होती तब तक वह हिल्सा का निर्यात नहीं करेंगे।
पश्चिम बंगाल में महंगी हो सकती है हिल्सा: हालांकि, पश्चिम बंगाल के बाजारों में इस मछली की मौजूदगी तो रहेगी, लेकिन कीमत ज्यादा होने की आशंका है।
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