देहरादून: भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सीबीआई और विजिलेंस ने देहरादून में दो अलग-अलग मामलों में LIC और UPCL के अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
LIC अधिकारी भगवती प्रसाद गिरफ्तार:
सीबीआई ने LIC के सहायक अधिशासी अभियंता भगवती प्रसाद को लंबित बिलों के भुगतान के बदले ठेकेदार से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। सीबीआई को शिकायत मिली थी कि भगवती प्रसाद ठेकेदार से 57 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। बाद में 40 हजार रुपये में सौदा तय हुआ, जिसमें 15 हजार रुपये अग्रिम दिए जाने थे।
सीबीआई की टीम ने ठेकेदार से रिश्वत लेते हुए भगवती प्रसाद को उनके कार्यालय में ही दबोच लिया। सीबीआई ने आरोपित के आवास की भी तलाशी ली।
UPCL जेई परवेज आलम और एजेंट आदित्य नौटियाल गिरफ्तार:
वहीं, विजिलेंस ने बिजली कनेक्शन के बदले उपभोक्ता से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए UPCL के अवर अभियंता परवेज आलम और उनके एजेंट आदित्य नौटियाल को गिरफ्तार किया। विजिलेंस को शिकायत मिली थी कि परवेज आलम बिजली कनेक्शन के एवज में रिश्वत मांग रहे हैं और रिश्वत की बातचीत के लिए आदित्य नौटियाल को एजेंट रखे हुए हैं।
विजिलेंस टीम ने कार्यालय के भीतर उपभोक्ता से रिश्वत लेते हुए परवेज आलम और आदित्य नौटियाल को रंगेहाथ दबोच लिया।
विजिलेंस की कार्रवाई:
विजिलेंस ने दोनों गिरफ्तार आरोपितों की चल-अचल संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। निदेशक सतर्कता डा. वी मुरुगेशन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार देने का वादा किया है और आमजन से अपील की है कि भ्रष्टाचार की कोई भी शिकायत 1064 पर दें।
मुख्य बिंदु:
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LIC के सहायक अधिशासी अभियंता भगवती प्रसाद को सीबीआई ने गिरफ्तार किया।
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UPCL के अवर अभियंता परवेज आलम और उनके एजेंट आदित्य नौटियाल को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया।
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दोनों ही मामले में अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोचा गया।
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विजिलेंस ने दोनों गिरफ्तार आरोपितों की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है।
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निदेशक सतर्कता ने आमजन से भ्रष्टाचार की शिकायत करने की अपील की।
यह घटनाएं राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का संकेत देती हैं।
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