जलंधर: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज सभी पंजाबियों से अपील करते हुए कहा कि वे महान गुरु साहिबान की शिक्षाओं का पालन करते हुए प्रदूषित हो रहे पर्यावरण को बचाने के लिए व्यापक जन आंदोलन चलाएं।
आज यहां गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम में 78वें स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में पंजाबियों के अतुलनीय योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि आजादी आंदोलन के दौरान पंजाबियों ने सबसे ज़्यादा बलिदान दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वतन के लिए शहादत पाने वालों और पंजाब से निर्वासित होने वालों में 80% से ज़्यादा लोग पंजाब के थे। उन्होंने कहा कि बाबा राम सिंह, शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद ऊधम सिंह, करतार सिंह सराभा, दीवान सिंह कालेपाणी और अन्य महान नायकों ने आजादी पाने के लिए अपना खून बहाया।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि आजादी के बाद भी पंजाबियों ने देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा ही अग्रणी भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मेहनती किसानों ने देश में हरित क्रांति लाने में सबसे ज़्यादा योगदान दिया, जिससे देश अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बना। उन्होंने कहा कि देश के अन्न भंडार की सुरक्षा के लिए पंजाब के किसानों को बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी, क्योंकि उन्होंने पानी और उपजाऊ ज़मीन जैसे अमूल्य संसाधनों को भी दांव पर लगा दिया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के किसानों के बड़े योगदान के कारण आज भारत अन्य देशों को अनाज निर्यात कर रहा है, जबकि 1960 के दशक में हम अनाज के लिए अन्य देशों पर निर्भर थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश तभी तरक्की कर सकता है अगर पंजाब समृद्धि और विकास के मामले में अग्रणी भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि इन दिनों प्रदूषण रोकना गंभीर चुनौती है, इसलिए प्रत्येक पंजाब को इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए पूरी तरह से योगदान देना चाहिए। गुरुबाणी की पंक्ति “पवन गुरु पानी पिता, माता धरती महत” का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरुओं ने हवा (पवन) को गुरु, पानी को पिता और ज़मीन (धरती) को माता का दर्जा दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें राज्य के पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेते हुए राज्य की प्राचीन शान को बहाल करने के लिए गुरुबाणी की शिक्षाओं को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को पर्यावरण की रक्षा के लिए व्यापक आंदोलन शुरू करना चाहिए, ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को प्रदूषण मुक्त पर्यावरण दे सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी और पंजाब जल्द ही हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त होगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशों के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई शुरू की है और इस संबंध में किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि अब तक 14381 नशा तस्करों को जेल भेजा जा चुका है और 10393 एफ.आई.आर दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि 379 नशा तस्करों की 173 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है और आगे की कार्रवाई भी जारी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बहुत तसल्ली की बात है कि नशा तस्करों के खिलाफ़ सजा दर 83% है।
राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और जन कल्याणकारी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में नहर के पानी के ढांचे को बेहतर बनाने पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार सत्ता में आई थी, तब सिर्फ़ 21% नहर का पानी सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाता था। उन्होंने कहा कि बहुत गर्व की बात है कि अब 72% नहर का पानी सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि टेलों पर किसानों तक नहर का पानी पहुंचाया गया है, जो दशकों से नहर के पानी को तरस रहे थे, और हमारे इस प्रयास से भूमिगत पानी की बचत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार उनकी सरकार ने राज्य में मालवा नहर का निर्माण कार्य शुरू किया है। उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड है कि राज्य की पिछली किसी भी सरकार ने इस ज़रूरत पर ध्यान नहीं दिया। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि लगभग 150 किलोमीटर लंबी यह नई नहर राज्य में, ख़ासकर मालवा क्षेत्र में, अभूतपूर्व विकास और समृद्धि का नया युग शुरू करेगी और राज्य सरकार इस प्रतिष्ठित परियोजना पर लगभग 2300 करोड़ रुपये खर्च करेगी, जो राज्य की लगभग दो लाख एकड़ ज़मीन की सिंचाई की ज़रूरतों को पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि एक और नई कंडी नहर का निर्माण किया जा रहा है, जिससे 11 हज़ार एकड़ ज़मीन को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि धार कलान में 206 मेगावाट की क्षमता वाले बांध का निर्माण भी किया जा रहा है और आने वाले दिनों में यह बांध लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा, जिसके लिए पूरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास कर रहा है और भविष्य में भी यह गति जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को उनके घर पर जाकर सेवाएं मुहैया करवाने के लिए “भगवंत मान सरकार तुहाडे द्वार” योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 43 ऐसी नागरिक सेवाओं की पहचान की गई है, जिनमें से 99% सेवाएं लोगों के प्रशासनिक कार्यों से संबंधित हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि गांवों के लोगों को भी इन सेवाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महान शहीद स. भगत सिंह के नाम पर मुहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम रखा और इसके अलावा एयरपोर्ट जाने वाली सड़क पर शहीद स. भगत सिंह की 35 फीट ऊंची प्रतिमा भी 28 सितंबर को स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इंडियन एयर फोर्स स्टेशन हलवारा में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा इंटरनेशनल एयरपोर्ट करने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी क्लीनिकों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति ला दी है। उन्होंने कहा कि अब तक 2 करोड़ से ज़्यादा लोग इन क्लीनिकों का लाभ ले चुके हैं और 95% मरीज़ बीमारी से मुक्त हुए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के हर तीसरे व्यक्ति ने इन क्लीनिकों का लाभ उठाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा क्रांति शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि 118 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को स्कूल ऑफ एमिनेंस के रूप में स्थापित किया जा रहा है, जहाँ हर तरह की अत्याधुनिक सुविधाएँ हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मानक शिक्षा मिलने से विद्यार्थी अपने जीवन में और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपये की लागत से निजी कंपनी जी.वी.के. पावर पावर की मालिकी वाले गोइंदवाल पावर प्लांट को खरीद कर सफलता की नई कहानी लिखी है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार उल्टा रुझान देखने को मिला है क्योंकि सरकार ने प्राइवेट पावर प्लांट खरीदा है, जबकि पहले राज्य सरकारें अपनी संपत्तियां चहेते लोगों को सस्ते दामों पर बेचती थीं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पछवाड़ा के पास खान से कोयले का उपयोग सिर्फ़ सरकारी थर्मल प्लांटों के लिए किया जा सकता है, जिस कारण यह प्लांट खरीदने से यहां भी यह कोयला इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिससे राज्य में बिजली की कमी कोई समस्या नहीं पेश आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में लोगों को मुफ़्त बिजली देने की सुविधा शुरू की थी और इस समय 90% घरों को मुफ़्त बिजली मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह और भी तसल्ली की बात है कि घरेलू बिजली के साथ-साथ खेतों को भी मुफ़्त बिजली मुहैया करवाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने देश भर में अपनी तरह की पहली समर्पित सड़क सुरक्षा बल स्थापित किया है ताकि राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाले सड़क हादसों में जाने वाली अनमोल जानों को बचाया जा सके और सुरक्षा बढ़ाई जा सके। विशेष प्रशिक्षित नए भर्ती 1597 कर्मचारी इस बल की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम कर रहे हैं और उन्हें अत्याधुनिक मशीनरी से लैस 144 वाहन मुहैया करवाए गए हैं। फरवरी में अपनी शुरुआत से लेकर अब तक यह बल पिछले साल के मुकाबले सड़क हादसों में लगभग 1300 अनमोल जानें बचा चुका है। इसके अलावा हादसों में अपंग होने वालों के 90 लाख रुपये की कीमत के रूप में नकदी और सामान को सुरक्षित वापस किया गया है। यह बल राजमार्गों के 4200 किलोमीटर पर तैनात किया गया है। अपने निर्धारित क्षेत्र की गश्त करने के साथ-साथ यह बल यातायात नियमों का उल्लंघन होने से रोकने का भी काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने खेल के क्षेत्र में पंजाब की शान बहाल करने के लिए वर्ष 2023 में नई खेल नीति लागू की। उन्होंने कहा कि राज्य के खिलाड़ियों ने पेरिस ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे खेल नीति की विशिष्टता का पता चलता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि हॉकी में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम में 10 खिलाड़ी पंजाब के हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने “खेळां वतन पंजाब दीया-3” 28 अगस्त से करवाने का ऐलान किया, जिससे राज्य में खेल गतिविधियों को बड़ा हौसला मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 44667 युवाओं को विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरी दी हैं। उन्होंने कहा कि पूरी भर्ती पूरी तरह से मेरिट के आधार पर पारदर्शी तरीके से की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और नीयत में युवाओं का विश्वास बढ़ा है, जिस कारण वे विदेश जाने का इरादा छोड़कर यहां रहकर सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने परेड कमांडर वैभव चौधरी आई.पी.एस. की अगुवाई में सी.आर.पी.एफ., पंजाब पुलिस (महिला और पुरुष), पंजाब होमगार्ड्स, एन.सी.सी., पी.ए.पी. के पाइप एंड ब्रास बैंड की टुकड़ियों के प्रभावशाली मार्च पास्ट से सलामी ली।
इस मौके पर बी.एस.एफ. के योगदान को दर्शाती झांकी के अलावा स्कूल ऑफ एमिनेंस, ऊर्जा क्षेत्र में अनूठी उपलब्धियां, आम आदमी क्लीनिक, सरकार तुहाडे द्वार, रंगला पंजाब और सी.एम. की योगशाला की झांकियों ने समारोह की शोभा बढ़ाई।
इससे पहले सी.एम. की योगशाला, टेंट पेगिंग, स्कूली छात्रों के रंगारंग कार्यक्रम ने समय बांध दिया और छात्रों ने गत्तका, गिद्दा, भांगड़ा और अन्य पारंपरिक लोक नृत्य प्रस्तुत करके दर्शकों का मन मोह लिया।
मुख्यमंत्री ने दो आजादी
घुलाटियों प्रेम सागर और देव वर्त शर्मा के अलावा शहीद सैनिकों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें और विकलांग व्यक्तियों को ट्राई साइकिल भी वितरित की।
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