शिमला, 01 अगस्त: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर सामने आया है। कुल्लू, मंडी और शिमला में तीन जगहों पर बादल फटने से 50 लोग लापता हो गए हैं और दो लोगों की मौत हो गई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य तेजी से कर रही हैं।
मंडी में 11 लोग लापता, 2 शव बरामद: मंडी जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के धम्चयाण पंचायत के राजवन गांव में आधी रात को बादल फटने से कई घर पानी में बह गए हैं। 11 लोग लापता हैं और दो शव बरामद हुए हैं। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव दल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान के लिए वायुसेना की मदद मांगी है।
शिमला में 32 लोग लापता, हाइड्रो प्रोजेक्ट बह गया: शिमला जिला के रामपुर क्षेत्र के समेज में बादल फटने से 6 परिवार लापता हो गए हैं। हादसे में 32 लोग लापता हैं, और लापता लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। समेज में एसेंट हाइड्रो 6 मेगावाट प्रोजेक्ट भी बह गया है।
बागीपुल में 9 मकान बह गए, परिवार लापता: बागीपुल में बादल फटने से कुर्पन खड्ड में बाढ़ आ गई जिससे कई दुकानें और होटल बह गए। यहां 9 मकान बह गए हैं, जिसमें एक मकान में चार सदस्यों का परिवार भी लापता है।
नदियों का जल स्तर बढ़ा: देर रात को पार्वती नदी, ब्यास नदी और पिन पार्वती नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। सैंज में नदी पर बने बांध के गेट एकाएक खोलने से सैंज बाजार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क सहित अनेकों वाहन पानी में बह गए।
मुख्यमंत्री ने आपातकालीन बैठक बुलाई: बादल फटने की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हिमाचल को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
प्रशासन अलर्ट पर: प्रशासन अलर्ट पर है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है।
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