चंडीगढ़। हरियाणा में जबरदस्त सियासी घटनाक्रम घटा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया है। जननायक जनता पार्टी से गठबंधन को भाजपा ने खत्म करते हुए सीएम खट्टर ने इस्तीफा सौंप दिया। अब शाम चार बजे मनोहर लाल दोबारा शपथ लेंगे। निवर्तमान शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने साफ कर दिया है कि मनोहर लाल ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। गठबंधन की सरकार का इस्तीफा सिर्फ जजपा से गठबंधन खत्म करने के लिए दिया गया है।
भाजपा ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ की उपस्थिति में चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल का नेता चुनने को बैठक बुलाई है। बैठक में तय होगा कि मनोहर लाल दोबारा सीएम बनंगे। अभी यह देखना है कि मनोहर लाल अकेले शपथ लेंगे या फिर रणजीत सिंह चौटाला सहित दो उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे। फिलहाल दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा स्थित राजनिवास में पहुंच चुके हैं।
वहीं, दुष्यंत चौटाला दिल्ली में हैं। उनके साथ चार ही विधायक बचे हैं। उन्होंने रविवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, लेकिन बात नहीं बनी। दुष्यंत राजग गठबंधन के घटक दल के नेता होने के नाते लोकसभा चुनाव में हरियाणा की दो सीटों पर दावा पेश कर रहे थे। भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी हरियाणा में सभी 10 सीटों पर कमल के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे।
रामकुमार गौतम सहित पांच जजपा विधायक चंडीगढ़ में हैं और भाजपा के संपर्क में हैं। ऐसा माना जा रहा है कि मनोहर लाल के नेतृत्व में भाजपा की नई सरकार में 41 भाजपा, छह निर्दलीय और पांच जजपा विधायकों को समर्थन रहेगा।
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