नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के बीच विपक्षी सांसदों पर हंगामा करने के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है। लोकसभा से मंगलवार को 49 और सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद विपक्षी सांसदों को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया।
इनमें सांसद सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंधोपाध्याय, डिंपल यादव, फारुख अब्दुल्ला, मनीष तिवारी और दानिश अली सहित अन्य विपक्षी सांसद शामिल हैं। लोकसभा में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि सदन के अंदर तख्तियां नहीं लाने का निर्णय लिया गया। हाल के चुनाव हारने के बाद हताशा के कारण वे ऐसे कदम उठा रहे हैं। यही कारण है कि हम सांसदों को निलंबित करने का एक प्रस्ताव ला रहे हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि पुलिस किसके हाथ में है? वह गृह मंत्रालय के अधीन है। क्या हो जाता अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह संसद में आकर 5 मिनट बयान दे देते और कह देते कि हम कार्रवाई कर रहे हैं।
बता दें कि संसद सुरक्षा चूक की घटना को लेकर सोमवार को विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया था। जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा से 78 विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। हालांकि, आज 49 और सांसदों पर कार्रवाई हुई है। अब तक 141 विपक्षी सदस्यों को निलंबित किया जा चुका है।
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