यरुशलम। इजराइल के हमास के खात्मे को लेकर गाजा में ताबड़तोड़ हमलों को लेकर विश्व भर में विरोध प्रदर्शनों और संघर्षविराम की मांग के बावजूद इजरायल की सैन्य कार्रवाई का दायरा और तीव्रता बढ़ती जा रही है। शनिवार रात युद्ध के दूसरे चरण का एलान करते हुए इजरायली सेना ने गाजा में पूरी रात बड़े जमीनी और हवाई हमले किए। इन हमलों में हमास के 450 ठिकानों को निशाना बनाया जबकि सात सौ सिविलयन मारे गए। युद्ध के 23 वें दिन गाजा में मरने वालों की संख्या आठ हजार का आंकड़ा पार कर गई, जबकि 20 हजार लोग घायल हुए हैं। मृतकों और घायलों में बड़ी संख्या बच्चों और महिलाओं की है।
इजराइल ने गाजा में शुक्रवार से भंग टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं रविवार को आंशिक रूप से बहाल हो गईं। इसके चलते गाजा की तस्वीरें और सूचनाएं बाहरी दुनिया को प्राप्त होने लगीं। खाद्य सामग्री, पानी और दवाओं के लिए तरस रहे हजारों गाजावासी रविवार को क्षेत्र में बने संयुक्त राष्ट्र के भंडार गृहों और वितरण केंद्रों पर टूट पड़े। वहां पर उन्होंने जरूरी सामान की छीना-झपटी की। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देशवासियों से लंबी और मुश्किल लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा है। उन्होंने कहा है कि हमारा लक्ष्य हमास को खत्म करना है। इससे पहले नेतन्याहू ने सात अक्टूबर के हमले के लिए सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन विरोध के स्वर उठने पर उन्होंने इस आशय का अपना ‘एक्स’ मैसेज डिलीट किया और खेद जताया। स बीच पोप फ्रांसिस ने गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई का आह्वान किया है, जबकि यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों से मानवीय सहायता की आमजन तक पहुंच सुनिश्चित करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा है कि हर घंटे गाजा की स्थिति और ज्यादा बिगड़ रही है। वहां पर मानवीय सहायता पहुंचने और युद्धविराम की सख्त जरूरत है।
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