शिमला। हिमाचल प्रदेश में जारी भारी बारिश से शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे समेत 735 सड़कें, 224 पेयजल योजनाएं और 990 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। मंगलवार रात और बुधवार को चंबा, कांगड़ा और मंडी जिले के कई क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसे। प्रदेश के कई क्षेत्रों में 20 से 23 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 25 जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने के आसार हैं। चंबा और कुल्लू जिले में खड्डों में बहने से दो लोगों की मौत हो गई। चंबा के भटियात क्षेत्र में मंगलवार शाम लोहाली खड्ड पार करते एक व्यक्ति की बहने से मौत हो गई। उसकी पहचान कथेट पंचायत के गोथरा गांव निवासी 57 वर्षीय व्यास देव पुत्र रिजा राम के रूप में हुई है। उधर कुल्लू के बंजार की तलाड़ी खड्ड में नेपाली मूल का 50 वर्षीय कांचा बहादुर बह गया। उसका शव बरामद कर लिया है।
सिरमौर में मूसलाधार बारिश फसलों के साथ किसानों की उपजाऊ जमीन बर्बाद हो गई है। जिले में बारिश के बीच सात कच्चे व पक्के मकान ढह गए हैं। नाहन के बनकला व जमटा, रेणुकाजी के रजाना व लानाचेता और शिलाई में मकान क्षतिग्रस्त होने से लोग बेघर हो गए हैं। जिला बिलासपुर में बारिश के बीच दो कच्चे मकानों और तीन गोशालाओं को नुकसान पहुंचा है। उधर, पौंग बांध से छोड़े गए पानी के चलते ब्यास में बढ़े जलस्तर के कारण मंड-बड़ूखर के फंसे चार लोगों सहित आठ भेड़-बकरियों को बचाया गया है। खराब मौसम के चलते गगल हवाई अड्डे पर छह विमान सेवाएं रद्द हो गई हैं। चंबा में रोजी-रोटी कमाने के लिए काम पर जा रहे दो लोग पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से चोटिल हो गए। घायलों की पहचान रवि कुमार और दिनेश कुमार निवासी सडउं के रूप में हुई है। जोगिंद्रनगर उपमंडल की कस पंचायत के खरोण गांव में पहाड़ दरकने से रिहायशी इलाके पर बढ़े खतरे को भांपते हुए जोगिंद्रनगर प्रशासन ने दस परिवारों के 35 सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है।