नई दिल्ली। पीएम मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण के लिए रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ द्विपक्षीय बैठक के साथ तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। बता दें कि पीएम मोदी ने 14 प्रशांत द्वीप देश शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड महामारी का प्रभाव ग्लोबल साउथ देशों पर सबसे अधिक पड़ा। जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाएं, भुखमरी, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थी अब नई परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं जैसे, फ्यूल, फर्टिलाइजर और फार्मा। इसकी सप्लाई में भी बाधाएं आ रही हैं। जिन्हें हम अपना मानते थे पता चला कि जरूरत पर वे हमारे साथ नहीं थे। इस कठिनाई के समय पुराना वाक्य सिद्ध हुआ कि ‘ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड’। उन्होंने कहा कि भारतीय विचारधारा में संपूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में देखा जाता है। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ हमारी मूल प्रेरणा है, G20 अध्यक्षता के लिए हमारा विषय, ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ भी इसी भावना पर आधारित है।
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