Uttarakhand: वीर बाल दिवस पर मुख्यमंत्री धामी ने गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में टेका माथा और लंगर भी छका – The Hill News

Uttarakhand: वीर बाल दिवस पर मुख्यमंत्री धामी ने गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में टेका माथा और लंगर भी छका

देहरादून। वीर बाल दिवस के पावन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को देहरादून के आढ़त बाजार स्थित गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारे में माथा टेककर दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह और उनके चारों साहिबजादों को नमन किया। इस दौरान उन्होंने संगत के साथ मिलकर पवित्र अरदास की और पूरे प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री ने संगत के साथ बैठकर लंगर भी ग्रहण किया।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने साहिबजादों बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह साहब के साहिबजादों का जीवन त्याग, शौर्य, धर्मरक्षा और देशभक्ति का एक ऐसा जीवंत उदाहरण है जिसकी मिसाल मिलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि इन नन्हे वीरों ने भारत के स्वाभिमान की रक्षा के लिए हंसते हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए लेकिन अधर्म के आगे घुटने नहीं टेके।

पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारों साहिबजादों का बलिदान न केवल भारतीय इतिहास में बल्कि पूरे विश्व में वीरता और साहस का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। इतिहास में ऐसा अदम्य साहस, दृढ़ता और धर्म के प्रति निष्ठा कहीं और देखने को नहीं मिलती। उन्होंने बताया कि किस तरह नन्हे वीरों ने धर्म परिवर्तन करने के बजाय मृत्यु को गले लगाना स्वीकार किया। उन्होंने सिद्ध कर दिया कि अपने धर्म और राष्ट्रीय स्वाभिमान की रक्षा के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक फैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने पहली बार वीर साहिबजादों को उनका वास्तविक और उचित सम्मान दिया है। 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित करके प्रधानमंत्री ने पूरे राष्ट्र को सिखों के गौरवशाली इतिहास से जोड़ने का महान कार्य किया है। धामी ने कहा कि हम अपने गौरवशाली अतीत को संजोने और वीर बलिदानियों के सपनों का भारत बनाने की दिशा में संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने सभी अभिभावकों और शिक्षकों से एक भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को वीर साहिबजादों की गाथा जरूर सुनाएं ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां भी अपने धर्म, संस्कृति और परंपराओं पर गर्व कर सकें। इस अवसर पर गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष गुरबक्श सिंह राजन, जनरल सेक्रेटरी गुलजार सिंह, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, भाजपा महामंत्री दीप्ति रावत और सिद्धार्थ अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

 

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