देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा व्यवस्था में एक बड़ी और गंभीर चूक का मामला सामने आया है। गुरुवार दोपहर को जब मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम के लिए सचिवालय से निकल रहे थे तो उनकी फ्लीट में सबसे आगे चलने वाली पायलट कार अचानक खराब हो गई और स्टार्ट ही नहीं हुई। हालात ऐसे बन गए कि मुख्यमंत्री की फ्लीट के निकलने के बाद इस पायलट कार को वहां मौजूद कर्मचारियों को धक्का देकर स्टार्ट करना पड़ा। पुलिस विभाग ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है और इसे सुरक्षा में बड़ी लापरवाही माना है।
घटना के तुरंत बाद कार्रवाई करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक अभियोजन अभिनव कुमार के निर्देश पर एसएसपी देहरादून ने पायलट वाहन के चालक दीपक सैनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच सीओ यातायात को सौंप दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वीवीआईपी सुरक्षा में तैनात वाहन ऐन मौके पर कैसे खराब हो गया।
गुरुवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे का वक्त था जब मुख्यमंत्री को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाना था। उनकी फ्लीट पूरी तरह तैयार थी लेकिन जैसे ही चलने का इशारा हुआ सबसे आगे चलने वाला पायलट वाहन स्टार्ट नहीं हो पाया। आनन फानन में दूसरे वाहन को आगे लगाकर फ्लीट को रवाना किया गया। बाद में खराब हुई कार को धक्का देकर वहां से हटाया गया लेकिन तब तक इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका था जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
चूंकि मुख्यमंत्री धामी को जेड प्लस श्रेणी की उच्च स्तरीय सुरक्षा प्राप्त है इसलिए इस घटना को सुरक्षा प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन माना जा रहा है। अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा अभिनव कुमार ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के मुख्य सुरक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक सुरक्षा को सात दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
इसके साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। पुलिस अधीक्षक सुरक्षा को निर्देश दिए गए हैं कि वे तत्काल मुख्यमंत्री सुरक्षा और राजभवन सुरक्षा में तैनात सभी वाहनों का भौतिक और तकनीकी निरीक्षण करें और उनकी वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट दें। अभिनव कुमार ने स्पष्ट किया कि निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर जो वाहन सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरेंगे उन्हें तुरंत ड्यूटी से हटा दिया जाएगा और उनकी जगह नए वाहनों की व्यवस्था की जाएगी।