अमृतसर
पंजाब में स्थानीय निकाय चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राज्य में आगामी 14 दिसंबर को होने वाले जिला परिषद चुनावों के मद्देनजर प्रशासन और पुलिस विभाग पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। लोकतंत्र के इस पर्व को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा एजेंसियां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं। इसी कड़ी में अमृतसर समेत राज्य के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। इस कवायद का मुख्य उद्देश्य आम जनता के मन में सुरक्षा का भाव पैदा करना और शरारती तत्वों को कड़ा संदेश देना है।
अमृतसर के ग्रामीण अंचल सठियाला में पुलिस की विशेष सक्रियता देखने को मिली। यहां भारी पुलिस बल ने कस्बे के प्रमुख बाजारों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और रिहायशी कॉलोनियों में फ्लैग मार्च किया। पुलिस की गाड़ियों और जवानों के मार्च ने यह स्पष्ट कर दिया कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि चुनावी माहौल को खराब करने की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए प्रशासन ने बहुस्तरीय योजना तैयार की है। जिले के हर पोलिंग बूथ और स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है। अति-संवेदनशील और संवेदनशील बूथों की पहचान कर वहां विशेष निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव के दिन या उससे पहले किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए रिजर्व पुलिस फोर्स को भी अलर्ट पर रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
चुनावों में अक्सर धनबल और शराब के इस्तेमाल की शिकायतें सामने आती हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस ने विशेष नाकाबंदी अभियान शुरू किया है। शहर के प्रवेश और निकास द्वारों पर वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है। पुलिस का खुफिया तंत्र भी सक्रिय है जो संदिग्ध गतिविधियों और लोगों पर पैनी नजर रख रहा है। शराब और नकदी की अवैध सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए पुलिस ने अपनी गश्त बढ़ा दी है।
पुलिस और प्रशासन ने आम नागरिकों से भी सहयोग की अपील की है। पुलिस अधिकारियों ने जनता से आह्वान किया है कि वे बिना किसी डर या दबाव के 14 दिसंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग करें। साथ ही, उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें अपने आसपास कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखाई दे, या चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब या पैसे बांटने की सूचना मिले, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि मतदाताओं की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है और चुनाव प्रक्रिया को पूरी तरह सुरक्षित माहौल में संपन्न कराया जाएगा।
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