नई दिल्ली
सिनेमा जगत में हाल ही में रिलीज हुई फिल्म धुरंधर इन दिनों जबरदस्त चर्चा में है। 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली आदित्य धर द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक तरफ जहां बॉक्स ऑफिस पर कमाई कर रही है, वहीं दूसरी तरफ इसे विवादों का सामना भी करना पड़ रहा है। दुनिया के कई देशों में फिल्म को लेकर बवाल मचा हुआ है और कुछ जगहों पर इसे प्रतिबंधित भी कर दिया गया है। फिल्म पर ‘एंटी-पाकिस्तानी’ होने का ठप्पा लगाया जा रहा है। लेकिन इन तमाम विवादों के बीच एक बेहद चौंकाने वाली खबर सरहद पार से आई है। जिस देश के खिलाफ इस फिल्म को बताया जा रहा है, उसी पाकिस्तान में फिल्म की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।
फिल्म में रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, संजय दत्त, आर माधवन और अर्जुन रामपाल जैसे दिग्गज कलाकारों ने काम किया है। लेकिन चर्चा का विषय कलाकारों से ज्यादा फिल्म में दिखाए गए लोकेशंस और रिसर्च वर्क है। पाकिस्तान के दर्शक फिल्म में दिखाए गए कराची के ‘ल्यारी’ क्षेत्र के चित्रण को देखकर दंग हैं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा कि यह शूटिंग असली ल्यारी में नहीं हुई है।
हकीकत यह है कि फिल्म में जिसे कराची का खूंखार और संवेदनशील इलाका ल्यारी बताया गया है, उसकी शूटिंग पाकिस्तान में नहीं बल्कि भारत में ही हुई है। फिल्म की टीम ने पंजाब के लुधियाना स्थित खेड़ा गांव को सेट के जरिए ल्यारी की शक्ल दी थी। सेट डिजाइनिंग और लोकेशन का चयन इतना सटीक था कि कराची में रहने वाले लोग भी धोखा खा गए और इसे असली ल्यारी समझने लगे।
कराची के रहने वाले टैक्स वकील और लेखक सादिक सुलेमान ने एक इंटरव्यू में अपनी हैरानी जताई। उन्होंने बताया कि वह यह फिल्म केवल यह सोचकर देखने गए थे कि बॉलीवुड फिल्मों में अक्सर पाकिस्तान को लेकर गलत तथ्य दिखाए जाते हैं, लेकिन धुरंधर देखने के बाद उनकी सोच बदल गई। सादिक ने बताया कि उन्होंने फिल्म के कुछ दृश्य अपने माता-पिता को भी दिखाए। उनके माता-पिता 60 के दशक में ल्यारी से सटे मीठादार और खरादर इलाके में रहा करते थे। फिल्म के सीन्स देखकर वे भी हैरान रह गए क्योंकि सेट बिल्कुल असली लग रहा था।
सुलेमान ने निर्देशक आदित्य धर और उनकी रिसर्च टीम की जमकर तारीफ की है। उनका कहना है कि कराची की छोटी-छोटी बातों और बारीकियों पर जिस तरह से ध्यान दिया गया है, वह परफेक्शन की मिसाल है। पुराने शहर के इलाकों का रीक्रिएशन दिल जीतने वाला है। इसके अलावा किरदारों के चयन और अभिनय की भी पाकिस्तान में सराहना हो रही है। फिल्म में अक्षय खन्ना ने रहमान डकैत और संजय दत्त ने चौधरी असलम का किरदार निभाया है। सुलेमान ने बताया कि वे 2010 में असली चौधरी असलम से मिल चुके थे और संजय दत्त की परफॉर्मेंस उन्हें बिल्कुल सटीक और असली लगी। कुल मिलाकर जिस फिल्म को लेकर विरोध के स्वर उठ रहे थे, उसकी वास्तविकता ने आलोचकों को भी तारीफ करने पर मजबूर कर दिया है।
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