नई दिल्ली। यूक्रेन के पश्चिमी शहर टर्नोपिल पर रूस के बड़े ड्रोन और मिसाइल हमले ने भारी तबाही मचाई है. रात भर चले इस हमले में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और कई आवासीय इमारतें मलबे में बदल गईं. यह हमला ऐसे समय हुआ है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ाने के लिए तुर्की पहुंचे हैं.
यूक्रेन के गृह मंत्री इहोर क्लाइमेंको के अनुसार, हमला दो नौ मंजिला इमारतों पर हुआ, जब कई परिवार सो रहे थे. इस हमले में 66 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें 16 बच्चे भी शामिल हैं. यूक्रेनी वायुसेना ने बताया कि रूस ने रात भर में 476 ड्रोन और डिकॉय ड्रोन के साथ 48 मिसाइलें दागीं. इनमें 47 क्रूज मिसाइलें थीं, जिनमें से 6 को छोड़कर बाकी सभी को इंटरसेप्ट कर लिया गया. इंटरसेप्ट किए जाने के बावजूद, कई मिसाइलें और ड्रोन अपने लक्ष्यों तक पहुंचने में कामयाब रहे, जिससे भारी जान-माल का नुकसान हुआ.
जेलेंस्की की कूटनीतिक तैयारी
इन भयावह रूसी हमलों के बीच, राष्ट्रपति जेलेंस्की तुर्की पहुंचे हैं, जहां वे राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन से मुलाकात कर रहे हैं. जेलेंस्की का कहना है कि उनकी बातचीत का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के लिए “न्यायपूर्ण शांति” की दिशा में अधिकतम अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाना है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस पर वैश्विक दबाव अभी भी पर्याप्त नहीं है और हर नया हमला यह साबित करता है कि रूस पर दबाव बढ़ाना बेहद जरूरी है. उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन को अपने सहयोगियों से निरंतर समर्थन की आवश्यकता है.
अमेरिका की नई सख्ती और तुर्किये की भूमिका
जेलेंस्की ने यह भी बताया कि अमेरिका की ओर से कुछ नए संकेत मिले हैं, हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी. शुक्रवार से रूस की तेल इंडस्ट्री पर कठोर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने वाले हैं, जिनका उद्देश्य रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बातचीत की मेज पर लाना है. पहले यह बताया गया था कि अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ भी तुर्की आएंगे, लेकिन बाद में यह स्पष्ट किया गया कि वे इस बैठक में शामिल नहीं होंगे. तुर्की, जो काला सागर में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है, इस संघर्ष में मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है.
रोमानिया और पोलैंड की एयरफोर्स अलर्ट पर
रूसी हमलों के दौरान एक ड्रोन रोमानिया के हवाई क्षेत्र में घुस गया, जिसके तुरंत बाद वहां के वायुसेना बेस से दो यूरोफाइटर टाइफून और दो F-16 विमानों को उड़ान पर भेजा गया. पड़ोसी देश पोलैंड में भी रात भर हाई अलर्ट रहा और कई सैन्य विमानों को उड़ान पर उतारा गया. सुरक्षा कारणों से पोलैंड के रिजेशो और ल्यूबलीन एयरपोर्ट को कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा. यह घटना दर्शाती है कि यह संघर्ष आसपास के देशों के लिए भी कितना चिंताजनक है.
अन्य क्षेत्र भी निशाने पर, रूस का दावा
टर्नोपिल के अलावा, यूक्रेन के दूसरे शहरों पर भी हमले हुए. खार्किव में भी रूसी हमलों से 46 लोग घायल हुए, जिनमें दो लड़कियां भी शामिल हैं. यहां 16 आवासीय इमारतें, एक एम्बुलेंस स्टेशन, एक स्कूल और अन्य ढांचे क्षतिग्रस्त हुए हैं. इस बीच, रूस ने दावा किया कि उसने वोरॉनिश शहर पर दागे गए अमेरिकी ATACMS मिसाइलों को मार गिराया. रूस के अनुसार, इन मिसाइलों के मलबे से कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई. यह हमला युद्ध की तीव्रता और दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे पर किए जा रहे हमलों को दर्शाता है.
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