Uttarpradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि जयंती पर सफाई कर्मियों को दी सौगात, विपक्ष पर साधा निशाना – The Hill News

Uttarpradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि जयंती पर सफाई कर्मियों को दी सौगात, विपक्ष पर साधा निशाना

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाल्मीकि जयंती के मौके पर वाल्मीकि समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा समाज की सुरक्षा है और उनका सम्मान भगवान वाल्मीकि की विरासत का सम्मान है। उन्होंने संविदा सफाई कर्मियों को खुशखबरी देते हुए कहा कि अब आउटसोर्सिंग कंपनियां नहीं, बल्कि सरकार का कॉरपोरेशन सीधे उनके बैंक खाते में पैसा देगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि दुर्भाग्य से यदि किसी सफाई कर्मचारी के साथ दुर्घटना हो जाती है तो उनके परिवार को 35-40 लाख रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए बैंकों से बात की जाएगी और प्रदेश के 80 हजार होमगार्ड को यह सुरक्षा कवर दिया जा रहा है।

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर महासभा ट्रस्ट द्वारा आयोजित महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकि ने रामायण में यह भी बताया कि राम ही साक्षात धर्म हैं। उन्होंने अपील की कि महर्षि वाल्मीकि का चित्र हर घर में होना चाहिए। उन्होंने भारत के देवतुल्य ऋषियों की परंपरा का उल्लेख किया, जिन्होंने सभी कालखंड में समाज का मार्गदर्शन किया है, जिसमें रामायण कालखंड में महर्षि वाल्मीकि, महाभारत के समय महर्षि वेदव्यास, मध्यकाल में सद्गुरु रविदास और आजादी की लड़ाई के समय बाबा साहेब शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग श्रीराम को गाली देते हैं, वे भगवान वाल्मीकि का अपमान करते हैं। उन्होंने वोटबैंक के नाम पर जाति का सहारा लेने वालों पर हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2012 में जब सपा सरकार आई थी तब सामाजिक न्याय के पुरोधाओं के स्मारक को तोड़ने की धमकी दी गई थी और कन्नौज मेडिकल कॉलेज से बाबा साहेब का नाम हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि लखनऊ का भाषा विश्वविद्यालय मान्यवर कांशीराम के नाम पर था, उसे भी सपा ने बदल दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के दोहरे चेहरे हैं और वे हर कार्य वोटबैंक की दृष्टि से देखते हैं।

योगी ने कहा कि विपक्षी कहते थे कि राम-कृष्ण हुए ही नहीं हैं। इन्होंने महर्षि वाल्मीकि के प्रकट उत्सव पर प्रश्नचिह्न खड़ा किया। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के अवतार और महर्षि व्यास को भी प्रश्नचिह्न के घेरे में रखा। उन्होंने बताया कि अयोध्या एयरपोर्ट का नामकरण महर्षि वाल्मीकि के नाम पर किया गया, तब भी सपा ने विरोध किया। मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि समाज से कहा कि बच्चों को पढ़ाएं, स्कूल भेजें। वे योग्य होंगे तो समाज में नेतृत्व प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता है और परिवार के अभिभावक के रूप में मां बच्चे की गंदगी साफ करती है, समाज में सफाई कर्मचारी उसी भूमिका में रहते हैं।

इससे पहले विधान परिषद सदस्य लालजी प्रसाद निर्मल ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, राज्य सभा सदस्य डॉ. दिनेश शर्मा, बृजलाल, सांसद अनूप प्रधान ”वाल्मीकि”, पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल व विधायक ओपी श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।

 

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