Himachal: कोटखाई में बादल फटा, बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही, कई गाड़ियां दबीं

शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और इसके आसपास के इलाकों में बुधवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। जिले के कोटखाई उपमंडल में बादल फटने से आई भीषण बाढ़ और कई स्थानों पर हुए भूस्खलन ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। इस आपदा में कई वाहन मलबे में दब गए, दर्जनों पेड़ गिर गए और शिमला को ऊपरी क्षेत्रों से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई प्रमुख मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।

कोटखाई में बादल फटने से आया जल-प्रलय

आपदा का सबसे भयावह रूप कोटखाई के खलटूनाला में देखने को मिला, जहाँ बादल फटने की घटना के बाद अचानक आई बाढ़ ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। भारी भूस्खलन के साथ आया मलबा और पानी सीधे सड़क पर आ गया, जिसकी चपेट में आकर वहां खड़ी सात गाड़ियां पूरी तरह मलबे के नीचे दब गईं। सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में गाड़ियों के ऊपर टनों मलबा दिखाई दे रहा है, जो आपदा की भयावहता को बयां कर रहा है।

राजधानी शिमला में भी भारी नुकसान

शिमला शहर भी इस बारिश के कहर से अछूता नहीं रहा। शहर के विभिन्न हिस्सों में दो दर्जन से ज्यादा पेड़ गिरने की सूचना है, जिससे कई वाहनों और भवनों को नुकसान पहुंचा है। शहर के मेहली इलाके में सड़क पर भारी मलबा आने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया, जिससे सेब से लदे कई ट्रक सड़क के दोनों ओर जाम में फंस गए हैं।

शहर के सबसे महत्वपूर्ण संस्थान, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) के पास भी भारी भूस्खलन हुआ है। आईजीएमसी को जाने वाली सड़क पर भारी मात्रा में मलबा आने और एक नाले के उफान पर होने से यह रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है। मलबे की चपेट में कई वाहन भी आ गए हैं, और अस्पताल के नीचे वाली सर्कुलर रोड पर भी जलभराव हो गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही मुश्किल हो गई है। इसके अलावा, शहर के इंद्रनगर, कनलोग, ढली और चमियाणा जाने वाले रास्ते भी भूस्खलन के कारण बंद रहे।

नेशनल हाईवे बंद, ऊपरी शिमला से संपर्क टूटा

भारी बारिश के कारण ऊपरी शिमला को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग भी फागू के पास गलू में भूस्खलन के चलते बंद हो गया है। कुफरी-गलू के पास सड़क बंद होने से ऊपरी शिमला का राजधानी से संपर्क कट गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

लोक निर्माण विभाग की टीमें युद्ध स्तर पर सड़कों को खोलने के काम में जुटी हुई हैं, लेकिन नुकसान इतना व्यापक है कि सभी मार्गों को पूरी तरह से बहाल करने में समय लग रहा है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

 

Pls read:Himachal: नशे के खिलाफ मंत्री ने युवाओं संग ली प्रतिज्ञा, कड़े कानूनों का किया जिक्र

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *