शिमला। हिमाचल प्रदेश की महत्वाकांक्षी बल्क ड्रग पार्क परियोजना को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ने 300.28 करोड़ रुपये की लागत वाले एक प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर टेंडर पर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। बुधवार को उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश बल्क ड्रग पार्क इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HPBDPIL) की 10वीं उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) की बैठक आयोजित की गई, जिसमें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा हुई।
बैठक का मुख्य केंद्र बिंदु परियोजना के तहत स्थापित किए जाने वाले कॉमन स्टीम प्लांट से संबंधित निविदा (टेंडर) था। 300.28 करोड़ रुपये की इस विशाल परियोजना में डिजाइनिंग, निर्माण, आपूर्ति, परीक्षण और कॉमन स्टीम टरबाइन पावर जनरेशन व स्टीम वितरण नेटवर्क की स्थापना शामिल है। इस कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा का उद्देश्य पार्क में लगने वाली दवा निर्माता कंपनियों को सस्ती दरों पर बिजली और स्टीम उपलब्ध कराना है, जिससे उनकी उत्पादन लागत में भारी कमी आएगी।
बैठक के दौरान, विभिन्न बोलीदाता कंपनियों ने वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया और टेंडर से संबंधित अपनी पूर्व-बोली शंकाओं (pre-bid queries) को समिति के समक्ष रखा। समिति ने सभी प्रश्नों का विस्तृत उत्तर दिया और उनकी चिंताओं का समाधान किया।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि इस पार्क का लक्ष्य विश्व स्तरीय साझा बुनियादी ढांचा स्थापित करना है, जिससे दवा निर्माण की लागत में कमी आएगी, वैश्विक बाजार में हमारी प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और फार्मास्युटिकल क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा करेगी। मंत्री ने कहा, “राज्य सरकार निवेशकों की सभी चिंताओं को दूर करने और परियोजना का सुचारू निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। अब जब बोलीदाताओं की शंकाओं का समाधान हो गया है, तो उम्मीद है कि निविदा प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी।”
बैठक के दौरान, उद्योग निदेशक और बल्क ड्रग पार्क की राज्य कार्यान्वयन एजेंसी के एमडी-सह-सीईओ डॉ. यूनुस ने परियोजना से संबंधित हालिया विकास पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने समिति को अब तक हुई प्रगति और भविष्य की कार्ययोजना से अवगत कराया। समिति ने 9वीं बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णयों पर की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की।
इस महत्वपूर्ण बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) आर.डी. नजीम, एचपीएसआईडीसी की प्रबंध निदेशक ऋचा वर्मा, अतिरिक्त सीईओ (उद्योग) तिलक राज शर्मा और विभिन्न हितधारक विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। यह बैठक हिमाचल प्रदेश को देश का एक प्रमुख फार्मा हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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