शिमला।
सावन पूर्णिमा के शुभ अवसर पर, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शनिवार को राजभवन में एक पवित्र हवन यज्ञ किया और प्रदेश की शांति, सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा के लिए प्रार्थना की। इस यज्ञ में हाल ही में हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्य उत्तराखंड को प्रभावित करने वाली आपदाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ईश्वर से कामना करते हुए विशेष आहुतियां दी गईं।
इस समारोह में लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल के साथ-साथ राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी भाग लिया और पूरी श्रद्धा एवं भक्ति के साथ अनुष्ठान संपन्न किया।
‘देवभूमि’ की रक्षा के लिए आध्यात्मिक प्रयास आवश्यक: राज्यपाल
इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा, “हम हिमाचलवासी अपनी आस्था पर अटूट विश्वास रखते हैं और हमारा दृढ़ विश्वास है कि इस तरह के आध्यात्मिक प्रयास ‘देवभूमि’ को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने में मदद करेंगे।”
उन्होंने हाल के वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण राज्य को हुए भारी नुकसान पर चिंता व्यक्त की। मंडी जिले के आपदा प्रभावित सराज क्षेत्र की अपनी हालिया यात्रा को याद करते हुए, राज्यपाल ने जीवन और संपत्ति को हुए व्यापक नुकसान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस हवन के माध्यम से उन दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए भी प्रार्थना की गई, जिन्होंने इन आपदाओं में अपनी जान गंवाई।
राज्यपाल की कलाई पर बंधी राखी
हवन यज्ञ के उपरांत, मैत्री संस्था की सदस्यों और राज्य रेड क्रॉस की महिलाओं ने राज्यपाल की कलाई पर राखी बांधी और उनके लंबे जीवन व अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। राज्यपाल ने कहा कि रक्षा सूत्र का यह नाजुक धागा न केवल कलाई को बांधता है, बल्कि दिलों और आत्माओं को भी जोड़ता है। इस अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि यह त्योहार स्नेह, विश्वास और आपसी सुरक्षा का प्रतीक है।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा भी उपस्थित थे।