Punjab: अमेरिकी टैरिफ के असर की होगी जांच, नई औद्योगिक नीति के लिए 15 कमेटियों का गठन

चंडीगढ़। पंजाब के उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा ने मंगलवार को एक साथ कई मोर्चों पर सरकार का रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अमेरिका द्वारा भारत पर प्रस्तावित 25 प्रतिशत टैरिफ के पंजाब के उद्योगों पर पड़ने वाले संभावित असर का गहन मूल्यांकन करवाएगी। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा लगाए गए ‘लाभ के पद’ के आरोपों को खारिज करते हुए नई औद्योगिक नीति के लिए 15 सलाहकार कमेटियों के अध्यक्षों के नामों की भी घोषणा की।

अमेरिकी टैरिफ की जांच और यूके समझौते पर फोकस

पंजाब भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि चूंकि अभी तक अमेरिका ने टैरिफ लागू नहीं किया है, इसलिए इसका तत्काल कोई प्रभाव नहीं है। हालांकि, सरकार भविष्य की चुनौतियों को लेकर सजग है और इसके प्रभावों का अध्ययन करवाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार का पूरा ध्यान हाल ही में ब्रिटेन (यूके) के साथ हुए व्यापार समझौते से पंजाब को मिलने वाले लाभों पर केंद्रित है। उन्होंने विशेष रूप से टेक्सटाइल (कपड़ा) उद्योग का उल्लेख करते हुए कहा, “हम इस दिशा में विचार कर रहे हैं कि हमारा श्रम-प्रधान टेक्सटाइल क्षेत्र इस समझौते से अधिकतम लाभ कैसे उठा सकता है।”

‘लाभ के पद’ के आरोपों पर जाखड़ को जवाब

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा ‘लाभ के पद’ को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि विपक्ष को कोई भी आरोप लगाने से पहले अपने तथ्यों की जांच करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि नियम के अनुसार, मंत्री बनने के बाद किसी भी कंपनी या संस्था से इस्तीफा देने के लिए दो महीने का समय मिलता है, जबकि उन्होंने एक महीने के भीतर ही ‘हैंपटन स्काय रियलटी लिमिटेड’ कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। उल्लेखनीय है कि जाखड़ ने तीन अगस्त को यह मुद्दा उठाया था, जिसके कुछ ही घंटों बाद अरोड़ा ने अपने इस्तीफे की जानकारी सार्वजनिक की थी।

जाखड़ द्वारा मुंडियां गांव में उद्योग के लिए अधिग्रहीत 41 एकड़ जमीन को बदलने के मुद्दे पर मंत्री ने कहा कि 2005 में यह जमीन केवल दो उद्योगों के लिए अधिग्रहीत की गई थी, लेकिन आज वहां 87 उद्योग सफलतापूर्वक चल रहे हैं, जो क्षेत्र के विकास को दर्शाता है।

नई औद्योगिक नीति के लिए 15 सलाहकार कमेटियों का गठन

उद्योग मंत्री ने राज्य की नई औद्योगिक नीति को लेकर सलाह देने के लिए बनाई गई 15 और विशेषज्ञ कमेटियों के अध्यक्षों के नामों की घोषणा की। इसके साथ ही सभी 24 प्रस्तावित कमेटियों का गठन पूरा हो गया है। ये कमेटियां विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ मिलकर नीति को अंतिम रूप देने में मदद करेंगी। घोषित किए गए अध्यक्षों की सूची इस प्रकार है:

  • आईटी सेक्टर: प्रताप अग्रवाल (आईडीएस इन्फोटेक, मोहाली)

  • साइकिल उद्योग: ओंकार सिंह पाहवा (एवन साइकिल, लुधियाना)

  • ऑटो और ऑटो कंपोनेंट्स: परितोष गर्ग (हैपी फोर्जिंग्स, लुधियाना)

  • इलेक्ट्रिक वाहन: इंदरवीर सिंह (ईवेज मोटर्स, मोहाली)

  • नवीकरणीय ऊर्जा: आशीष कुमार (वर्बियो, संगरूर)

  • स्टील एंड रोलिंग मिल्स: सचित जैन (वर्धमान स्टील, लुधियाना)

  • प्लास्टिक और रासायनिक उत्पाद: अभि बांसल (एसोचैम और एमडी, सरस्वती एग्रो केमिकल्स)

  • लॉजिस्टिक्स एंड वेयरहाउसिंग: अश्वनी नैयर (कैप्टन) (हिंद ट्रमीना, लुधियाना)

  • फिल्म मीडिया: दिनेश औलक (स्पीड रिकॉर्ड्स)

  • फार्मास्यूटिकल और बायोटेक्नोलॉजी: वरिंदर गुप्ता (आईओएल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स, बरनाला)

  • विश्वविद्यालय और कोचिंग संस्थाएं: डॉ. जसपाल सिंह संधू (लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर)

  • अस्पताल और सेहत संभाल: डॉ. बिशव मोहन (डीएमसी, लुधियाना)

  • स्टार्टअप: ममता भारद्वाज (न्यूरॉन, पंजाब स्टार्टअप हब)

  • रिटेल: उमंग जिंदल (होम लैंड ग्रुप)

  • इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और निर्माण: डॉ. कमलजीत सिंह (सेमीकंडक्टर लैबोरेटरी लिमिटेड)

 

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