Punjab: युद्ध स्मारकों का निर्माण होगा तेज, पूर्व सैनिकों के कल्याण पर सरकार का फोकस – The Hill News

Punjab: युद्ध स्मारकों का निर्माण होगा तेज, पूर्व सैनिकों के कल्याण पर सरकार का फोकस

चंडीगढ़:

पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। इसी दिशा में एक और कदम उठाते हुए, रक्षा सेवा कल्याण मंत्री मोहिंदर भगत ने अधिकारियों को राज्य भर में युद्ध स्मारकों के निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।

मंगलवार को पंजाब सिविल सचिवालय में रक्षा सेवा कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए, मोहिंदर भगत ने कहा कि पंजाब सरकार पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लाभ के लिए चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए।

विभागीय कार्यों की हुई समीक्षा

बैठक के दौरान, विभाग के निदेशक, ब्रिगेडियर भूपिंदर सिंह ढिल्लों (सेवानिवृत्त) ने पिछले तीन महीनों की विभागीय गतिविधियों पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने मंत्री को वित्तीय सहायता, शैक्षिक लाभ, चिकित्सा सहायता और पूर्व सैनिकों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास से संबंधित विभिन्न चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

अधिकारियों को मिले कड़े निर्देश

मंत्री भगत ने अधिकारियों को पूर्व सैनिकों से संबंधित सभी मामलों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सरकारी योजनाओं के बारे में व्यापक प्रचार और जागरूकता अभियान चलाए जाएं, ताकि सभी पात्र लाभार्थी इसका पूरा लाभ उठा सकें।

मंत्री ने आगे निर्देश दिया कि राज्य भर में सैनिक रेस्ट हाउसों के नवीनीकरण और रखरखाव का काम समय पर पूरा किया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी और साथ ही चेतावनी दी कि अधिकारियों की ओर से किसी भी तरह की लापरवाही को सख्ती से निपटा जाएगा।

यह बैठक पंजाब सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है जो वह देश की सेवा करने वाले सैनिकों के प्रति रखती है। युद्ध स्मारकों का निर्माण न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि देगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को उनके बलिदान की याद भी दिलाएगा। इसके साथ ही, कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने से सेवारत और सेवानिवृत्त सैनिकों एवं उनके परिवारों का जीवन बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

 

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