लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बुधवार की देर रात एक दिल दहलाने वाले दोहरे हत्याकांड से थर्रा उठी। आलमबाग के विजय खेड़ा पूर्व इलाके में एक घरेलू विवाद ने इतना खूनी रूप ले लिया कि एक दामाद ने अपने ही सास और ससुर की धारदार हथियार से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी। रिश्तों को तार-तार कर देने वाली इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी और दहशत का माहौल है। हालांकि, पड़ोसियों और किरायेदारों की बहादुरी के चलते आरोपित दामाद को मौके पर ही दबोच लिया गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला: एक विवाद जो बना मौत का कारण
घटना विजय खेड़ा पूर्व इलाके की है, जहां 80 वर्षीय बुजुर्ग अनंतराम अपनी 75 वर्षीय पत्नी आशा देवी के साथ रहते थे। उनके घर में उनकी बेटी पूनम भी कुछ समय से रह रही थी। जानकारी के अनुसार, अनंतराम ने करीब नौ साल पहले अपनी बेटी पूनम की शादी निशातगंज निवासी जगदीप सिंह से की थी। लेकिन पिछले कुछ समय से पूनम और जगदीप के बीच अनबन चल रही थी, जिसके चलते पूनम अपने पति का घर छोड़कर मायके में माता-पिता के पास आकर रहने लगी थी।
बुधवार की रात करीब नौ बजे, जगदीप अपनी ससुराल पहुंचा। उसका इरादा अपनी पत्नी पूनम को मनाकर वापस अपने साथ घर ले जाने का था। उसने पूनम से घर चलने के लिए कहा, लेकिन पूनम ने साथ जाने से साफ इनकार कर दिया। पत्नी के इस इनकार ने जगदीप को आगबबूला कर दिया।
कहासुनी से खूनी संघर्ष तक का सफर
पूनम के मना करने के बाद, ससुर अनंतराम और दामाद जगदीप के बीच कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि गुस्से में तमतमाए जगदीप ने आपा खो दिया। उसने अपने पास छिपाकर रखा एक धारदार चाकू निकाला और बिना कुछ सोचे-समझे अपने ससुर अनंतराम के गले पर एक के बाद एक कई वार कर दिए। इस अप्रत्याशित हमले से अनंतराम लहूलुहान होकर फर्श पर गिर पड़े और मौके पर ही तड़पने लगे।
अपने पति को खून से लथपथ देख 75 वर्षीय आशा देवी उन्हें बचाने के लिए दौड़ीं। लेकिन हैवान बन चुके जगदीप ने अपनी सास पर भी कोई रहम नहीं दिखाया और उन पर भी चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे वह भी गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ीं।
पड़ोसियों ने दिखाई हिम्मत, पकड़ा गया हत्यारा
घर के अंदर हो रही चीख-पुकार और शोर सुनकर घर में मौजूद किरायेदार बचाने के लिए दौड़े। हो-हल्ला सुनकर आस-पड़ोस के लोग भी अपने घरों से बाहर निकल आए। उन्होंने देखा कि जगदीप भागने की फिराक में है। लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए उसे चारों तरफ से घेर लिया और पकड़ लिया। इसके तुरंत बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही आलमबाग पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, डीसीपी मध्य आशीष श्रीवास्तव भी भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित करने के निर्देश दिए। बुजुर्ग दंपति के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपित जगदीप को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।初步 जांच में मामला घरेलू कलह का ही लग रहा है। पुलिस ने कहा कि पीड़ित परिवार की ओर से तहरीर मिलने के बाद एफआईआर दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कैसे घरेलू विवाद और रिश्तों में बढ़ती कड़वाहट भयानक त्रासदियों को जन्म दे सकती है। एक हंसता-खेलता परिवार एक पल के गुस्से और अविश्वास की भेंट चढ़ गया।