देहरादून। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच दो दशकों से भी अधिक समय से लंबित पड़े संपत्ति और देनदारियों के बंटवारे के मामले को अंतिम रूप देने की कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में इस संबंध में एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जिन मामलों पर दोनों राज्यों के बीच पहले ही सहमति बन चुकी है, उन्हें उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द सुलझाया जाए। मुख्यमंत्री धामी जल्द ही इस महत्वपूर्ण विषय पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात करेंगे।
यह बैठक 24 साल पुराने उस मुद्दे को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो साल 2000 में उत्तराखंड राज्य के गठन के समय से ही चला आ रहा है। दोनों राज्यों के बीच कई विभागों की संपत्तियों और देनदारियों का बंटवारा अभी भी पूरी तरह से नहीं हो पाया है, जिससे प्रशासनिक और वित्तीय स्तर पर कई जटिलताएं बनी हुई हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन मामलों में कार्यवाही अभी भी गतिमान है, उन पर तेजी से काम किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के समकक्ष अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कर लंबित मुद्दों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए, ताकि जब मुख्यमंत्री स्तर की वार्ता हो, तो अधिकांश मामलों पर स्थिति स्पष्ट हो।
इन मामलों में हुई है प्रगति
बैठक में यह भी बताया गया कि पिछली उच्च-स्तरीय बैठक के बाद कई महत्वपूर्ण मामलों में प्रगति हुई है, जो दोनों राज्यों के बीच सकारात्मक सहयोग को दर्शाता है। इनमें प्रमुख हैं:
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जल क्रीड़ा को मंजूरी: ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार के जलाशयों और नहरों में वाटर स्पोर्ट्स (जल क्रीड़ा) की अनुमति दी जा चुकी है, जिससे उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
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वित्तीय भुगतान: उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने बिजली बिल के रूप में ₹57.87 करोड़ का भुगतान कर दिया है।
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मत्स्य विभाग: उत्तर प्रदेश मत्स्य निगम द्वारा उत्तराखंड मत्स्य पालन विकास अभिकरण को ₹3.98 करोड़ का भुगतान किया गया है।
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वन एवं परिवहन निगम: वन विकास निगम की देनदारियों का आंशिक भुगतान किया गया है, जबकि परिवहन निगम की अवशेष राशि का भुगतान पूरा हो चुका है।
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आवास विभाग: आवास विभाग के अंतर्गत आवास विकास परिषद की परिसंपत्तियों के निस्तारण पर भी दोनों राज्यों के बीच निर्णय ले लिया गया है।
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