नई दिल्ली: अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में फंसे हुए हैं। स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आने के कारण उनकी वापसी में देरी हो रही है।
एक विशेषज्ञ ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि अंतरिक्ष यात्रियों के पास केवल 96 घंटे की ऑक्सीजन आपूर्ति बची है। अमेरिकी सैन्य अंतरिक्ष प्रणालियों के पूर्व कमांडर रूडी रिडोल्फी ने कहा कि अगर स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान गलत कोण पर पृथ्वी में प्रवेश करने का प्रयास करता है, तो वह वायुमंडल से टकराकर वापस कक्षा में बना रह सकता है। रिडोल्फी ने कहा कि ऐसी स्थिति में सुनीता और बुच मात्र 96 घंटे की ऑक्सीजन सप्लाई के साथ ही अंतरिक्ष में फंसे रह सकते हैं।
रिडोल्फी ने दो और परिस्थितियों की संभावना जताई:
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वायुमंडल में प्रवेश करने में विफलता: स्पेसक्राफ्ट गलत एलाइनमेंट के कारण पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश करने में विफल हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो स्टारलाइनर अनिश्चित काल के लिए अंतरिक्ष में फंसा रहेगा।
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हीट शील्ड की विफलता: यदि अंतरिक्ष यान सीधे कोण पर प्रवेश करने की कोशिश करता है तो इससे अत्यधिक घर्षण और गर्मी के कारण उसकी हीट शील्ड फेल हो सकती है। ऐसी स्थिति में स्पेसक्राफ्ट सतह पर पहुंचने से पहले ही जल जाएगा और इससे उसमें सवार अंतरिक्ष यात्रियों की जान भी जा सकती है।
नासा अंतरिक्ष यात्रियों को जल्द ही सुरक्षित वापस लाने के विकल्प तलाश रहा है, लेकिन अभी भी कई संभावित जोखिम हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। नासा स्पेस एक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान में भी अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने पर विचार कर रहा है, जो कि सितंबर 2024 में प्रस्थान करेगा।
यह स्थिति काफी गंभीर है और अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए नासा को हर संभव प्रयास करने की जरूरत है।
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