मास्को। यूक्रेन में भीषण प्रतिरोध का सामना कर रही रूसी सेना को वहां पर भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस युद्ध के कारण रूस के समक्ष चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। पड़ोसी देश फिनलैंड और उसका सहयोगी स्वीडन अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो में शामिल होने जा रहे हैं। ऐसे में रूस खुद को घिरा हुआ महसूस कर रहा है। रूस ने फिनलैंड से लगने वाली पश्चिमी सीमा पर सैनिकों और हथियारों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया है। इसी के चलते रूस सरकार ने अपनी सेना में 40 वर्ष से ज्यादा के नागरिकों और 30 वर्ष की उम्र से ज्यादा के विदेशी नागरिकों को भर्ती करने का प्रस्ताव तैयार किया है।