कोटद्वार। यूक्रेन में जैसे-जैसे रूस के हमले तेज हो रहे हैं, वहां फंसे छात्रों के अभिभावकों की सांसें भी तेज हो रही है। उत्तराखंड के कोटद्वार क्षेत्र के चार छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हैं, जिनमें से दो कीव व दो खारकीव में हैं। इधर, 10 छात्र रोमानिया बार्डर पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं, जबकि दो छात्राएं देश वापस पहुंच गई हैं। देवी रोड निवासी विजय कुमार की पुत्री शिवानी शर्मा यूक्रेन में खारकीव से मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। रूस ने हमला किया तो शिवानी अपने अन्य सहयोगियों के साथ मेट्रो बंकर में चली गई। लेकिन, बंकर में अत्यधिक भीड़ होने के कारण वह वापस हास्टल के बेसमेंट में बने रूम में शिफ्ट हो गई और रूम के बाहर तिरंगा लगा दिया। विजय कुमार ने बताया कि रूम में आवाज करने व लाइट जलाने की अनुमति नहीं थी। ऐसे में वे अपनी बेटी की न तो सही तरीके से आवाज सुन पा रहे थे और न ही उसका चेहरा देख पा रहे थे। विदेश मंत्रालय ने हालात सुधरने तक फिलहाल फ्लैट में ही रहने को कहा है।