उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के तहत नाम वापसी के बाद सभी सीटों की चुनावी तस्वीर साफ हो गई है। सभी 70 विधानसभा सीटों पर नाम वापसी के बाद अब 632 प्रत्याशी मैदान में शेष रह गए हैं। इनमें 391 प्रत्याशी गढ़वाल मंडल के सात जिलों की 41 सीटों पर ताल ठोक रहे हैं। कुमाऊं मंडल की 29 सीटों पर 241 प्रत्याशी मैदान में हैं।
इन सभी के भाग्य का फैसला अब 14 फरवरी को होने वाले मतदान के दिन होगा। प्रदेश में विधानसभा की 70 सीटों के लिए 750 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे। नामांकन पत्रों की जांच के बाद 23 प्रत्याशियों का नामांकन खारिज किए गए। इसके बाद मैदान में 727 प्रत्याशी शेष रहे। सोमवार को नाम वापसी की अंतिम तिथि थी। इस दौरान 95 अभ्यर्थियों ने नामांकन वापस लिए। ऐेसे में अब कुल 632 प्रत्याशी मैदान में रह गए हैं।
इनमें देहरादून जिले की 10 विधानसभा सीटों पर 117 प्रत्याशी, हरिद्वार जिले की 11 विधानसभा सीटों पर 110 प्रत्याशी, उत्तरकाशी जिले की तीन सीटों पर 23 प्रत्याशी व चमोली जिले की तीन विधानसभा सीटों पर 31 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। रुदप्रयाग जिले की दो विधानसभा सीटों पर 25, टिहरी जिले की छह विधानसभा सीटों पर 38, पौड़ी जिले की छह विधानसभा सीटों पर 47 प्रत्याशी और पिथौरागढ़ जिले की चार विधानसभा सीटों पर 28 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। बागेश्वर जिले की दो विधानसभा सीटों पर 14 प्रत्याशी, अल्मोड़ा जिले की छह विधानसभा सीटों पर 50 प्रत्याशी, चम्पावत जिले की दो विधानसभा सीटों पर 14 प्रत्याशी, नैनीताल जिले की छह विधानसभा सीटों पर 63 प्रत्याशी और ऊधमसिंह नगर जिले की नौ विधानसभा सीटों पर 72 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सबसे अधिक 19 प्रत्याशी देहरादून की धर्मपुर विधानसभा सीट पर हैं।