देहरादून। भाजपा से बर्खास्त हरक सिंह रावत की कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से वार्ता हुई, लेकिन उन्होंने हरीश रावत की सहमति के बिना उनकी एंट्री को रोक दिया है। हरीश रावत के माने बिना कांग्रेस आला कमान हरक को पार्टी में नहीं ले सकती। हरीश रावत बेहद गूढ़ राजनीतिज्ञ हैं। वह हरक की एंट्री अपनी शर्तों में करके चुनावी फायदा लेने से नहीं चूकेंगे। पिछले पांच साल से चुनाव हार की जिम्मेदारी ढोह रहे हरीश अब हरक पर इसका बोझ डालकर अपना कद बड़ा करना चाहते हैं। हरीश चाहते हैं कि हरक 2017 में कांग्रेस की हार के लिए माफी मांगे। हरक के माफी मांगने से साबित हो जाएगा कि कांग्रेस हरीश के नेतृत्व नहीं बल्कि हरक की साजिश से हारी थी। वह हरक की माफी से भाजपा को भी कटघरे में खड़ा करना चाहते हैं। ऐसे में हरक सिंह रावत के पास कोई विकल्प नहीं बचा है। उनको कांग्रेस में आना है तो हरीश की शर्तों से एंट्री मिलेगी।