देहरादून। उत्तराखंड के सुदूर और दुर्गम ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक नई और महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से ग्रामीण गढ़वाल समग्र स्वास्थ्य सेवा परियोजना के तहत मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अनूठी परियोजना ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एवं हॉस्पिटल देहरादून द्वारा मुख्यमंत्री की प्रेरणा से शुरू की गई है जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को गांव गांव तक पहुंचाना है।
वाहनों को रवाना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का संकल्प है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक भौगोलिक या आर्थिक बाधाओं के कारण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे दूरदराज के गांवों तक समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा पहुंचाना अब और भी आसान हो जाएगा। यह प्रयास दुर्गम इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं, निशुल्क जांच, परामर्श और दवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
इस परियोजना का पहला चरण चमोली और टिहरी गढ़वाल जनपदों में शुरू किया गया है। इन दोनों जिलों के लिए दो पूरी तरह से सुसज्जित मोबाइल मेडिकल यूनिट्स तैनात की गई हैं। इन वैन के जरिए सामान्य चिकित्सा के साथ साथ 29 से भी अधिक तरह की पैथोलॉजी जांचें निशुल्क की जाएंगी। इसके अलावा मुफ्त दवा वितरण, आंखों की जांच, स्वास्थ्य परामर्श और जरूरत पड़ने पर रेफरल सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी।
खास बात यह है कि हर मोबाइल मेडिकल यूनिट में एक डॉक्टर भी मौजूद रहेगा जो मरीजों की जांच करेगा। ये यूनिट एक तय समय सारिणी के अनुसार गांवों, कस्बों, स्कूलों और बाजारों में जाकर अपनी सेवाएं देंगी। इस पूरी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए जनपदों के अधिकारियों के साथ भी तालमेल बनाया जाएगा। इस मौके पर ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट के चेयरमैन कमल घनसाला, पुनीत त्यागी, एसएल जेठानी, ओपी सोनी और सुभाष गुप्ता भी मौजूद रहे और उन्होंने इस पहल को सफल बनाने का संकल्प दोहराया।