लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मौसम के बदले मिजाज और घने कोहरे ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। बुधवार को चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कोहरे का व्यापक असर देखने को मिला जिसके चलते हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण बुधवार को तीन उड़ानों को निरस्त करना पड़ा। हवाई सेवाओं के साथ साथ रेलवे यातायात पर भी कोहरे की मार पड़ी है और कई प्रमुख ट्रेनें घंटों की देरी से लखनऊ पहुंचीं जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
एयरपोर्ट प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को बेंगलुरु से लखनऊ आने वाली इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई 903 को निरस्त कर दिया गया। इसी तरह लखनऊ से सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर दिल्ली जाने वाली उड़ान 6ई 2108 को भी रद्द करना पड़ा। रात के समय भी कोहरे का प्रकोप जारी रहने की आशंका के चलते रात 10 बजकर 45 मिनट पर लखनऊ से बेंगलुरु जाने वाली उड़ान 6ई 906 को भी निरस्त कर दिया गया है।
उड़ानों के रद्द होने के अलावा कई फ्लाइट्स के समय में बड़ा बदलाव हुआ है जिससे यात्री हलाकान रहे। दम्माम से सुबह 5 बजकर 45 मिनट पर आने वाली उड़ान एक्सवाई 896 अब दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लखनऊ पहुंचेगी। सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर दिल्ली से आने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआई 2499 अब 9 बजकर 30 मिनट पर आएगी। रियाद से सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर आने वाली उड़ान एक्सवाई 333 दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर लैंड करेगी। हैदराबाद से आने वाली 6ई 453 अपने निर्धारित समय दोपहर 1 बजकर 55 मिनट की जगह अब शाम 4 बजकर 50 मिनट पर आएगी।
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के प्रस्थान पर भी कोहरे का असर साफ दिखाई दिया। सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर दम्माम जाने वाली उड़ान एक्सवाई 897 अब दोपहर 2 बजकर 5 मिनट पर उड़ान भरेगी। वहीं सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर रियाद के लिए रवाना होने वाली उड़ान एक्सवाई 334 अब दोपहर 2 बजकर 10 मिनट पर जा पाएगी।
कोहरे की सफेद चादर ने ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है। नई दिल्ली से आने वाली प्रमुख ट्रेन गोरखधाम एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से चल रही है। वीआईपी ट्रेन लखनऊ मेल दो घंटे, एसी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे और बेगमपुरा एक्सप्रेस डेढ़ घंटे लेट हुई। सबसे ज्यादा देरी श्रमजीवी एक्सप्रेस में देखने को मिली जो सात घंटे विलंब से चल रही है। इसके अलावा चंडीगढ़ लखनऊ सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी दो घंटे प्रभावित हुई है। यात्रियों को कड़ाके की ठंड में स्टेशनों पर इंतजार करने को मजबूर होना पड़ा है।