Himachal: हमीरपुर में मुख्यमंत्री ने चिट्टा के खिलाफ छेड़ी निर्णायक जंग और तस्करों की सूचना देने वालों को दस लाख तक के इनाम की घोषणा – The Hill News

Himachal: हमीरपुर में मुख्यमंत्री ने चिट्टा के खिलाफ छेड़ी निर्णायक जंग और तस्करों की सूचना देने वालों को दस लाख तक के इनाम की घोषणा

हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के युवाओं को बर्बाद कर रहे सिंथेटिक ड्रग चिट्टा के खिलाफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है। मंगलवार को हमीरपुर में एक विशाल एंटी चिट्टा अवेयरनेस वॉकाथॉन का नेतृत्व करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्यव्यापी जन आंदोलन का आगाज किया। यह वॉकाथॉन हमीरपुर के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बॉयज से शुरू होकर पुलिस लाइन दोसड़का ग्राउंड पर संपन्न हुई। इस आयोजन में छात्रों, जन प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों और समाज के हर वर्ग के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वॉकाथॉन की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री ने स्कूल के मैदान में उपस्थित हजारों लोगों को नशा मुक्त हिमाचल बनाने की शपथ दिलाई।

वॉकाथॉन के समापन समारोह में एक उत्साहजनक भीड़ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि हिमाचल प्रदेश चिट्टा के खिलाफ एक निर्णायक युद्ध में उतर चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस घातक नशे के खिलाफ एक व्यापक और सख्त अभियान शुरू किया है क्योंकि यह हमारे युवाओं के भविष्य के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। मुख्यमंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि कानून की ताकत से चिट्टा रूपी दीमक को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सख्त कार्रवाई जारी है। उन्होंने बताया कि नशा तस्करों, सप्लायरों और उन्हें संरक्षण देने वालों को व्यवस्थित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। इसके लिए उन्नत तकनीक, मजबूत खुफिया तंत्र और कड़े कानूनी प्रावधानों का सहारा लिया जा रहा है।

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि प्रशासन चिट्टा तस्करों के नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह अभियान केवल कानून लागू करने की पहल नहीं है बल्कि हिमाचल की पहचान और सामाजिक ताने बाने को बचाने के लिए एक जन आंदोलन है। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर को पुलिस ने राज्य भर में 121 स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर तस्करों के नेटवर्क को करारी चोट पहुंचाई थी। इसके बाद शैक्षणिक संस्थानों और दुकानों के आसपास सघन चेकिंग अभियान चलाकर एनडीपीएस के मामले दर्ज किए गए। अब तक 63 तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 1214 संदिग्धों की पहचान की गई है। सरकार ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है जो पिछली सरकार के कार्यकाल की तुलना में कई गुना अधिक है।

मुख्यमंत्री ने नशा माफिया से निपटने के साथ साथ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए एक समग्र रणनीति की रूपरेखा भी पेश की। उन्होंने बताया कि राज्य भर में नए नशामुक्ति केंद्र खोले जा रहे हैं और एक समर्पित नशा मुक्ति रोकथाम और पुनर्वास बोर्ड का गठन किया गया है। उन्होंने नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे खुद को सुधार लें वरना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।

एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी व्यक्ति चिट्टा सप्लायरों के बारे में सूचना देगा उसे 10 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी और सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा देगी। वॉकाथॉन के दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों से भी बातचीत की और उन्हें नशे के घातक प्रभावों के बारे में बताया। इस अवसर पर पुलिस विभाग ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए लोगों को जागरूक किया।

 

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