अमेरिका में साल 2026 में होने वाले मध्यावधि चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां अभी से तेज हो गई हैं। इन चुनावों को लेकर किए जा रहे तमाम दावों और सर्वेक्षणों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप का एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है। विभिन्न सर्वे में यह दावा किया जा रहा है कि इस बार के मध्यावधि चुनाव में डेमोक्रेट्स बढ़त बना सकते हैं। हालांकि रिपब्लिकन पार्टी लगातार यह दावा करती रही है कि जीत उनकी ही होगी लेकिन खुद राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बयानों में अब हार का डर झलकने लगा है।
शनिवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ प्रकाशित एक साक्षात्कार में डोनल्ड ट्रंप ने इस बात के संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी यानी रिपब्लिकन 2026 का मध्यावधि चुनाव हार सकती है। यह बयान इसलिए भी हैरान करने वाला है क्योंकि ट्रंप लगातार यह दावा करते रहे हैं कि उन्होंने इतिहास की सबसे महान अर्थव्यवस्था का निर्माण किया है। इसके बावजूद उन्हें लगता है कि चुनावी नतीजे उनके खिलाफ जा सकते हैं।
गौरतलब है कि जनवरी में व्हाइट हाउस में वापसी करने वाले रिपब्लिकन नेता डोनल्ड ट्रंप नियमित रूप से इस बात पर जोर देते रहे हैं कि उनके कार्यकाल में अमेरिकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। वह महंगाई और आर्थिक चुनौतियों के लिए अपने डेमोक्रेटिक पूर्ववर्ती जो बाइडेन को दोषी ठहराते आए हैं। साक्षात्कार के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इतिहास की सबसे बेहतरीन अर्थव्यवस्था बनाई है लेकिन उनका मानना है कि आम जनता को इन बातों को समझने में थोड़ा वक्त लग सकता है।
ट्रंप ने दावा किया कि उनके देश में भारी मात्रा में पैसा आ रहा है जिससे कई चीजें बन रही हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कार के कारखाने खुल रहे हैं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के क्षेत्र में भी काम हो रहा है। हालांकि इन सब उपलब्धियों के बावजूद ट्रंप मतदाताओं के मूड को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह नहीं बता सकते कि इन आर्थिक सुधारों का मतदाताओं पर क्या असर पड़ने वाला है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि वह केवल अपना काम कर रहे हैं। महंगाई के मुद्दे पर ट्रंप का कहना है कि आज के समय में अमेरिका में हर वस्तु की कीमत अच्छी स्थिति में है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि इतिहास गवाह है कि जिन राष्ट्रपतियों का कार्यकाल सफल रहा है उन्हें भी कई बार झटकों का सामना करना पड़ा है।
चुनावी वादों का जिक्र करते हुए ट्रंप ने याद दिलाया कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने दोबारा चुने जाने पर महंगाई कम करने का वादा किया था। वह जोर देकर कहते हैं कि उन्होंने अपने इस चुनावी वादे को पूरा करने में सफलता हासिल की है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। समाचार एजेंसी एपी के लिए शिकागो विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के नतीजे ट्रंप के लिए चिंताजनक हैं। इस सर्वे में पाया गया है कि अब केवल 31 प्रतिशत अमेरिकी वयस्क ही ट्रंप द्वारा अर्थव्यवस्था को संभालने के तरीके को सही मानते हैं और उसे स्वीकार करते हैं।
अपनी इसी हताशा को डोनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर भी जाहिर किया। गुरुवार को उन्होंने लिखा कि बिना मुद्रास्फीति के देश के इतिहास की शायद सबसे महान अर्थव्यवस्था बनाने का श्रेय उन्हें कब मिलेगा। उन्होंने सवाल उठाया कि लोगों को यह कब समझ आएगा कि क्या हो रहा है। ट्रंप ने अपनी पोस्ट में पूछा कि चुनाव सर्वेक्षण कब अमेरिका की इस महानता को दर्शाएंगे और यह दिखाएंगे कि ठीक एक साल पहले स्थिति कितनी खराब थी। कुल मिलाकर मजबूत अर्थव्यवस्था के दावों के बीच डोनल्ड ट्रंप 2026 के चुनावों को लेकर आशंकित नजर आ रहे हैं।